CHOUPAL;कलेक्टर के जन चौपाल पर लोगों का विश्वास नहीं,रायपुर में अवारा मवेशी तो महासमुंद में राजस्व से संबंधित 14 आवेदन मिले
रायपुर, प्रदेश के जिला कार्यालयों में आयोजित जन चौपाल में लोगों की उपस्थिति घटने लगी है। शिकायत के बाद समस्याओं का निराकरण नहीं होने से लोगों का विश्वास भी कम होता जा रहा है। इसलिये लोग अब सीएम के साप्ताहिक जनदर्शन की प्रतीक्षा करने लगे है। वैसे सीएम के दो जनदर्शन कर्यक्रम के बाद दो सप्ताह से स्थगित किये जा रहे है। विधानसभा के चलते इस हफ्ते भी सीएम जनदर्शन कार्यक्रम टलने के आसार दिखाई दे रहे है।
बहरहाल आज सोमवार को रायपुर कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने जनदर्शन के माध्यम से आम नागरिकों की समस्याएं सुनी। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने रेडक्राॅस सभाकक्ष में आम नागरिकों की समस्याएं सुनते हुए तत्काल अधिकारियों को निराकरण करने के निर्देश दिए। राजातालाब निवासी अब्दुल सलिम ने आवारा मवेशी के विचरण करने की शिकायतें की। इस पर तत्काल कलेक्टर ने कार्रवाई के निर्देश दिए और तत्काल मवेशियों को हटाने को कहा। कैलाशपुरी निवासी प्रमोद देवांगन ने पेड़ कटवाने के लिए, बंजारी रोड निवासी नरेंद्र गिरेपुंजे ने उचित न्याय दिलाने, पंडरी निवासी चितरंजन ने अपराधिक घटना के संबंध में शिकायतें की।
महासमुंद कलेक्ट्रेट में आयोजित जन चौपाल में आज कलेक्टर प्रभात मलिक ने जिले के आमजनों की मांगों एवं समस्याओं को गम्भीरतापूर्वक सुनकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को नियमानुसार कार्यवाही एवं शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए। जन चौपाल में आज ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 14 आवेदकों ने अपनी मांग एवं समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रस्तुत किए। कलेक्टर ने सभी आवेदकों की समस्याएं बारी-बारी सुनी और संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर आवेदकों की समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित करने कहा। आज जन चौपाल में अवैध कब्जा हटाने, ऋण पुस्तिका प्रदान करने, खाता बंटवारा एवं नवीन धान उपार्जन केन्द्र स्वीकृति सहित अन्य समस्याओं को लेकर आवेदकों द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया।