COUNTING; डाकमत पत्रों की गिनती पृथक से आरओ के टेबल में होगी
0 डाकमत पत्रों की गिनती के लिए दिया गया प्रशिक्षण
रायपुर , समय का विशेष ध्यान रखें, मतगणना तिथि 3 दिसम्बर को सुबह 7 बजे तक अपनी सीट तक मतगणना में संलग्ल अधिकारी-कर्मचारियों को पहुंच जाना चाहिए। उन्हें अपनी निर्धारित टेबल पर ही बैठना है। डाक मतपत्रों की गिनती सबसे पहले होगी। डाक मतपत्रों की गणना रिटर्निंग ऑफिसर करेंगे , जिनके सहयोग के लिऐ विशेष सहायक रिटर्निंग आफिसर होंगे,इसके लिए अलग टेबल होगा। डाक मतपत्रों की वैधता के बारे में उनका निर्णय ही मान्य होगा। इस कार्य के लिए नियुक्त गणना पर्यवेक्षक और सहायक उनकी सहायता करेंगे। डाक मतपत्रों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने यह कहते हुए डाक मतपत्रों की गिनती की संबंध में तकनीकी जानकारी साझा की। यह प्रशिक्षण कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रास सभाकक्ष में दिया गया।
प्रशिक्षकों ने बताया कि डाक मतपत्र के दो वर्गों में हैं ईटीपीबीएस अर्थात इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट और साधारण डाक मतपत्र। इन दोनों में एक ही प्रत्यक्ष अंतर होगा, ईटीपीबीएस पर अभ्यर्थी के चुनाव चिह्न अंकित नहीं होंगे पर दलीय सम्बद्धता (या निर्दलीय) का उल्लेख होगा। अन्य डाक मतपत्र पर चुनाव चिह्न होगा पर दलीय सम्बद्धता नहीं लिखी होगी। उन्होंने बताया कि पूर्व-गणना परीक्षण के बाद ईटीपीबीएस को भी सामान्य डाक मतपत्र की ही तरह हैण्डल करना है। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती ही प्रारंभ होगी। सामान्यतः एक निर्वाचन क्षेत्र में डाक मतों की गणना के लिए प्रत्येक 500 प्राप्त मतों के लिए एक टेबल आबंटित होगा।
प्रशिक्षण में जानकारी दी गई कि दोनों ही प्रकारों के डाकमतों के लिए तीन अनिवार्य अभिलेख होंगे, जिसमें पहला बाहरी लिफाफा बी (13सी) मतदाता की घोषणा (13ए); और 3) तथा मतपत्र का लिफाफ़ा ए (13बी) शामिल है। ईटीपीबीएस के लिए रिटर्निंग अधिकारी द्वारा गणना-पूर्व व्यवस्था की जायेगी। इसमें (एक एआरओ की देख-रेख में अधिकतम 10) मेजों पर लिफाफ़ों की स्केनिंग की व्यवस्था की जायेगी। ऐसे प्रत्येक मेज पर एक दल में क्यूआर कोड स्केनर के साथ एक सुपरवाईज़र और एक सहायक होंगे। सॉफ्टवेयर की मदद से प्रत्येक ईटीपीबीएस के बाहरी लिफाफ़े 13-सी के क्यूआर कोड को स्केन कर पोर्टल में अपलोड किया जायेगा।