
क्रिकेट को मुख्यतः बैट्समैन का खेल माना जाता है।अगर पिच और मौसम बॉलर्स के लिए अनुकूल न हो तो गजब कुटाई होती है।आईपीएल मैच तो ताबड़तोड़ बैटिंग के लिए ही है। थोड़े दिनों पहले ही कुल जमा चालीस ओवर में साढ़े चार सौ रन बने थे। शमी जैसे बॉलर को चार ओवर में 75रन खर्च करने पड़ गए थे। मुल्ला शब्द नसरुद्दीन के लिए आम है लेकिन लुधियाना पंजाब में एक नगर है मुल्लापुर। इस साल इस जगह पर चार आईपीएल मैच होना है। किंग्स इलेवन पंजाब का ये घरु मैदान मान लिया जाए।इस मैदान में कल कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ खेला गया मैच वास्तव में मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी जैसा था। दोनों टीम 15.3और 15.1ओवर में अपना बोरिया बिस्तर बंधवा लिए जितने वाली टीम पंजाब किंग्स इलेवन ने दो बाल ज्यादा खेले बस।
क्रिकेट को games of indefinite कहा जाता है याने अनिश्चितता का खेल। कल ये बात एक बार फिर साबित हुई। अजिंक्या रहाणे की केकेआर के बॉलर्स ने पंजाब किंग्स इलेवन को 39से 42रन और 74 से 80रन के बीच में तीन रन देकर तीन और छः रन देकर चार विकेट निकाल लिए। कमर ही टूट गई थी पंजाब किंग्स इलेवन की। कप्तान श्रेयस अय्यर का योगदान शून्य, प्रभासीमरन ने सबसे 30रन बनाए। सात बैटर्स दहाई अंक छू नहीं पाए। 27 बाल खेले बगैर किंग्स इलेवन पंजाब वापस पहुंच गई पेवेलियन में। कुल जमा सात चौके और पांच छक्के 111रन में पड़े।53रन दौड़ और एक्स्ट्रा 5का योगदान रहा।सुनील नरेन की बॉलिंग किफायती रही तीन ओवर में सिर्फ 14रन दिए।
आईपीएल के पहले छः ओवर पावर प्ले का रहता है। दो फिल्डर बाहर, याने मुल्लापुर में टुल्ला लगाने का अवसर था कोलकाता नाइट राइडर्स के पास, लेकिन डिकॉक और सुनील नरेन को सात रन के जमा पर पंजाब किंग्स इलेवन के तानसेन और बार्टलेट ने चलता कर दिया। रहाणे (17)और अंगक्रिस (37)ने 62रन तक टीम को ले गए यही से कहानी पलटने की शुरुआत हुई। दस रन जुड़ने के बाद सात रन खर्च कर चहल, मैक्सवेल और यानसन ने पांच बैट्समैन को वापसी का रास्ता दिखा दिया।रसल ने दो छक्के और एक चौका लगाकर मैच को पलटने की कोशिश की लेकिन दूसरे छोर पर नैया डूब ही गई। कोलकाता नाइट राइडर्स 95रन पर ही 15.1ओवर में सिमट कर आईपीएल के इतिहास में सबसे कम टारगेट के सामने भच्च हो गई। प्रेशर पॉलिटिक्स में रहाणे से ज्यादा अय्यर दमदार रहे। टी ट्वेंटी में टेस्ट की फिल्डिंग सजा कर रिंकू सिंह को स्टंप आउट कराना परिपक्व कप्तानी थी।
16रन की जीत हुई इस जीत में दोनों टीम15 बैट्समैन दो अंकों के सबसे छोटी संख्या 10को छू न सके। क्रिकेट का यही मजा है। चहल सामाजिक परेशानियों से निकल कर वर्तमान आईपीएल में डेंजर बॉलर के मूड में है।कल भी कोलकाता नाइट राइडर्स को रात में तारे दिखा दिए। 4 ओवर 28रन 4विकेट (रहाणे,अंगक्रिश, रिंकू और रमनदीप) प्लेयर ऑफ द मैच बनने के लिए इतना काफी था साथ में प्रिटी जिंटा की झप्पी, इतना तो बनता है। शाबाश यजुवेंद्र चहल।
क्रिकेट को मुख्यतः बैट्समैन का खेल माना जाता है।अगर पिच और मौसम बॉलर्स के लिए अनुकूल न हो तो गजब कुटाई होती है।आईपीएल मैच तो ताबड़तोड़ बैटिंग के लिए ही है। थोड़े दिनों पहले ही कुल जमा चालीस ओवर में साढ़े चार सौ रन बने थे। शमी जैसे बॉलर को चार ओवर में 75रन खर्च करने पड़ गए थे। मुल्ला शब्द नसरुद्दीन के लिए आम है लेकिन लुधियाना पंजाब में एक नगर है मुल्लापुर। इस साल इस जगह पर चार आईपीएल मैच होना है। किंग्स इलेवन पंजाब का ये घरु मैदान मान लिया जाए।इस मैदान में कल कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ खेला गया मैच वास्तव में मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी जैसा था। दोनों टीम 15.3और 15.1ओवर में अपना बोरिया बिस्तर बंधवा लिए जितने वाली टीम पंजाब किंग्स इलेवन ने दो बाल ज्यादा खेले बस।
क्रिकेट को games of indefinite कहा जाता है याने अनिश्चितता का खेल। कल ये बात एक बार फिर साबित हुई। अजिंक्या रहाणे की केकेआर के बॉलर्स ने पंजाब किंग्स इलेवन को 39से 42रन और 74 से 80रन के बीच में तीन रन देकर तीन और छः रन देकर चार विकेट निकाल लिए। कमर ही टूट गई थी पंजाब किंग्स इलेवन की। कप्तान श्रेयस अय्यर का योगदान शून्य, प्रभासीमरन ने सबसे 30रन बनाए। सात बैटर्स दहाई अंक छू नहीं पाए। 27बाल खेले बगैर किंग्स इलेवन पंजाब वापस पहुंच गई पेवेलियन में। कुल जमा सात चौके और पांच छक्के 111रन में पड़े।53रन दौड़ और एक्स्ट्रा 5का योगदान रहा।सुनील नरेन की बॉलिंग किफायती रही तीन ओवर में सिर्फ 14रन दिए।
आईपीएल के पहले छः ओवर पावर प्ले का रहता है। दो फिल्डर बाहर, याने मुल्लापुर में टुल्ला लगाने का अवसर था कोलकाता नाइट राइडर्स के पास, लेकिन डिकॉक और सुनील नरेन को सात रन के जमा पर पंजाब किंग्स इलेवन के तानसेन और बार्टलेट ने चलता कर दिया। रहाणे (17)और अंगक्रिस (37)ने 62रन तक टीम को ले गए यही से कहानी पलटने की शुरुआत हुई। दस रन जुड़ने के बाद सात रन खर्च कर चहल, मैक्सवेल और यानसन ने पांच बैट्समैन को वापसी का रास्ता दिखा दिया।रसल ने दो छक्के और एक चौका लगाकर मैच को पलटने की कोशिश की लेकिन दूसरे छोर पर नैया डूब ही गई। कोलकाता नाइट राइडर्स 95रन पर ही 15.1ओवर में सिमट कर आईपीएल के इतिहास में सबसे कम टारगेट के सामने भच्च हो गई। प्रेशर पॉलिटिक्स में रहाणे से ज्यादा अय्यर दमदार रहे। टी ट्वेंटी में टेस्ट की फिल्डिंग सजा कर रिंकू सिंह को स्टंप आउट कराना परिपक्व कप्तानी थी।
16रन की जीत हुई इस जीत में दोनों टीम15 बैट्समैन दो अंकों के सबसे छोटी संख्या 10को छू न सके। क्रिकेट का यही मजा है। चहल सामाजिक परेशानियों से निकल कर वर्तमान आईपीएल में डेंजर बॉलर के मूड में है।कल भी कोलकाता नाइट राइडर्स को रात में तारे दिखा दिए। 4 ओवर 28रन 4विकेट (रहाणे,अंगक्रिश, रिंकू और रमनदीप) प्लेयर ऑफ द मैच बनने के लिए इतना काफी था साथ में प्रिटी जिंटा की झप्पी, इतना तो बनता है। शाबाश यजुवेंद्र चहल…
स्तभकार -संजय दुबे