
नईदिल्ली, कांग्रेस पार्टी वक्फ संशोधन बिल की ‘संवैधानिकता’ को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। कांग्रेस सांसद और पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने इसका ऐलान किया है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से यह बयान ऐसे समय आया है, जब वक्फ संशोधन बिल लोकसभा और राज्यसभा दोनों से ही पास हो चुका है। इस बिल को कानून के रूप में बदलने में अब सिर्फ राष्ट्रपति के हस्थाक्षर का फासला बाकी है। राष्ट्रपति के साइन होते ही वक्फ बिल कानून में बदल जाएगा।
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले से ही कई कानूनों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रही है। इनमें CAA 2019, RTI एक्ट 2005 में संशोधन और चुनाव नियमों में संशोधन शामिल हैं।
आपको बता दें कि वक्फ बिल को लेकर जमीयत उलेमा ए हिन्द ने भी अपना विरोध जताया है. जमीयत के यूपी के कानूनी सलाहकार मौलाना काब राशिदी ने इसे लेकर कहा बै कि जमीयत उलेमा एक हिन्द ने वक्फ बिल के विरोध में दिल्ली, कर्नाटक समेत देश के कई राज्यों में रैलियां की है. हम आगे भी इसका विरोध जारी रखेंगे.
पीएम मोदी ने वक्फ बिल पास होने पर जताई खुशी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक के पारित होने पर शुक्रवार को प्रसन्नता जताई और कहा कि यह कदम सामाजिक-आर्थिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास के सामूहिक प्रयास की दिशा में एक महत्वपूर्ण क्षण है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए मददगार होगा जो लंबे समय से हाशिये पर हैं, जिन्हें आवाज उठाने और अवसर दोनों से वंचित रखा गया है. मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि दशकों से वक्फ प्रणाली पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी का पर्याय बन गई है, जिससे विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं, गरीब मुसलमानों और पसमांदा मुसलमानों के हितों को नुकसान पहुंच रहा है.