POLITICS; कांग्रेस की करारी हार के बाद फूटा गुस्सा, पूर्व मंत्री जयसिंह बोले- मंत्रियों को नहीं दिया गया पावर
बिलासपुर, विधान सभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई है। नेता एक दूसरे के सिर पर हार का ठीकरा फोड रहे है। अब पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह के बाद अब पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने हार को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। जयसिंह अग्रवाल ने कहा है कि इस चुनाव में एकजुटता नहीं थी। इस बार का चुनाव सेंट्रलाइज था। पिछले चुनाव में जो जनादेश मिला, उसका सरकार कदर नहीं कर पाई। मंत्रियों को पावर नहीं मिल पाई। एक ताकत सेंट्रलाइज होकर कुछ लोगों के साथ सरकार चलाती रही। मंत्रियों का जो जिले में प्रभाव होता है, उसे बाधित किया गया।
इतना ही नहीं पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने संगठन के सर्वे पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि विधायकों के परफार्मेंस का सर्वे सरकार का मुखिया करवाता था। उस सर्वे पर कभी चर्चा नहीं हुई। बिना किसी का नाम लिए पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि खेतों को सुरक्षित रखने के लिए बाड़ा बनाया जाता है. अगर वह बाड़ा ही खेत को खाए तो क्या होगा। उन्होंने ने इशारों ही इशारों में हार का जिम्मेदार प्रदेश के तात्कालीन मुखिया को बताया है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरबा जिले में प्रशासनिक अधिकारी ने काम में व्यवधान डाला। कोरबा में छांट-छांटकर अधिकारियों की पोस्टिंग की गई। एसपी मीणा ने कोरबा को डुबाया और कलेक्टर रानू साहू ने बर्बाद किया है। एसपी भोजराम पटेल को एक सिपाही चलाता रहा, वहीं उदय किरण ने भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए। कोयला चोरी और डीजल चोरी को बढ़ावा दिया गया। माहौल को साढ़े चार साल तक बिगाड़ दिया। इससे सरकार के खिलाफ एंटी इन्कंबेंसी पैदा हुई और सुनियोजित ढंग से अपराध कराए गए, जिससे सरकार की छवि खराब हुई और उन सबका खामियाजा हम लोगों को भुगतना पड़ा।