POLITICS; मप्र. के नए सीएम करोड़ों की जमीन के मालिक, पत्नी के नाम भी घर-फ्लैट
उज्जैन, संपत्ति के मामले में मध्य प्रदेश के नए सीएम मोहन यादव ने प्रदेश के ज्यादातर विधायकों को पीछे छोड़ दिया है. परिवार में उनकी पत्नी के अलावा दो बेटे और एक बेटी है. आश्रित सदस्यों के पास कुल 42 करोड़ रुपये से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति बताई गई है. इससे पहले साल 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने 31 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी. उस समय मोहन यादव पर कुल लायबिलिटी 8 करोड़ रुपये की थी. 2013 विधानसभा चुनाव की बात करें तो उस समय मोहन यादव की कुल संपत्ति 16 करोड़ रुपये थी. वहीं, कुल लायबिलिटी 5 करोड़ रुपये की बताई गई थी.
करोड़ों की जमीन के मालिक
मोहन यादव द्वारा चुनाव से पहले दायर हलफनामे के मुताबिक, उनके पास करीब 15 करोड़ रुपये की ऐसी जमीन है, जिस पर खेती की जाती है. वहीं उनके पास उज्जैन में करीब 1 करोड़ रुपये का प्लॉट भी है. अगर हम उनकी पत्नी के नाम जमीन की बात करें तो उनके पास 6 करोड़ की दो लैंड है. साथ ही 6 करोड़ से अधिक के घर और फ्लैट हैं.
नहीं है कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड
क्रिमिनल रिकॉर्ड की बात करें तो मोहन यादव के खिलाफ किसी भी थाने में किसी भी प्रकार का कोई भी मुकदमा नहीं चल रहा है. उन्होंने अपने हलफनामा में यह भी बताया कि किसी भी न्यायालय द्वारा उन्हें किसी भी मामले में दोषी सिद्ध नहीं किया गया है.
शस्त्र संचालन में भी निपुण हैं मोहन यादव,
डा. मोहन यादव तलवार चलाने और योग जैसी विधाओं में भी निपुण हैं। सीएम के नाम की घोषणा होने के बाद डा. यादव के कुछ वीडियो और फोटो इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हुए। एक वीडियो में वे तलवार चलाते हुए दिख रहे हैं।दरअसल यह वीडियो स्वच्छ सर्वेक्षण -2020 के तहत हुए जनजागरण कार्यक्रम का है। तब टावर चौराहे पर उन्होंने तलवार के साथ प्रदर्शन किया था।
पत्नी का कहना है, भगवान महाकाल का आशीर्वाद
मोहन यादव के मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद उनकी पत्नी का कहना है, भगवान महाकाल का आशीर्वाद है, पार्टी का आशीर्वाद है। वह 1994 से भाजपा के साथ काम कर रहे हैं। वह जब भी उज्जैन आते थे , वह महाकाल की पूजा करने गए थे।
पिता पूनमचंद बोले, बेटे ने बहुत मेहनत की
मुख्यमंत्री के रूप में नाम की घोषणा होने के साथ ही डा. मोहन यादव के घर पर समर्थकों की भीड़ लग गई। खूब आतिशबाजी हुई। घर वालों को पहले यकीन नहीं हुआ, मगर कुछ देर के बाद सभी खुशी से झूम उठे। मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव बोले कि पुत्र प्रदेश का मुख्यमंत्री बना है। उसने काफी मेहनत की है। बहन कलावती यादव ने कहा कि भाई एक जनसेवक है। पहले विधायक, फिर मंत्री और अब उसे मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर मिला है। पूरी उम्मीद है उज्जैन सहित पूरा प्रदेश नए सोपान रचेगा।