POLITICS; राज्योत्सव की तैयारी के साथ पीएम मोदी से मुलाकात करने 13 सितंबर को राज्य आंदोलनकरियों की बैठक

रायपुर, छ्ग राज्य आंदोलनकरियों द्वारा 26 वां राज्योत्सव की तैयारी के साथ प्रधानमंत्री के छत्तीसगढ़ आगमन पर साढ़े तीन वर्ष से संघर्षरत सत्याग्रही किसान प्रतिनिधि मण्डल मिलने के लिए वैधानिक प्रक्रिया पर चर्चा करने 13 सितम्बर को दोपहर 01 बजे छत्तीसगढ़ी भवन हांडीपारा रायपुर में बैठक आयोजित की गई है। मुख्य अतिथि राज्य आंदोलनकारी छसपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे होंगे! अध्यक्षता इंजीनियर दाऊ जी.पी.चंद्राकर करेंगे!
राज्योत्सव को 25 वर्ष पुरे हो जाने तक राज्य आंदोलनकरियों ने 01 नवम्बर 2024 से रजत जयंती राज्योत्सव का शंखनाद कर दिया है! राज्य निर्माण के 25 वर्ष पर 26 वां कार्यक्रम के साथ रजत जयंती राज्योत्सव समापन समारोह मनाएंगे!
नेपाल से कई गुना अधिक भ्र्ष्टाचार भारत में
राज्य आंदोलनकारी किसान मोर्चा के अध्यक्ष अनिल दुबे, दाऊ जी.पी.चंद्राकर जागेश्वर प्रसाद ने कहा है कि नेपाल में मात्र 24 घंटे में ही सत्ता परिवर्तन करा दिया छोटे-छोटे बच्चों ने! नेपाल से कई गुना भ्र्ष्ट है भारत! मंत्री,सांसद, विधायक,महापौर,अध्यक्ष, पार्षद,पंच,सरपंच,सचिव,डीजीपी,जिलाधीश,पुलिस अधीक्षक शासकीय नौकरों के साथ मुख्य सचिव से लेकर बाबू,चपरासी तक भ्रष्ट हो गए हैँ ! जिस भी नेता, मंत्री,अधिकारी के घर में साला,साली रिश्तेदारों के यहाँ छापा डालने पर करोड़ों रूपये भ्र्ष्टाचार के मिलते हैँ! यही स्थिति नेपाल में थी, छोटे बच्चों में ज्ञान फूटा पूरी सत्ता को मिट्टी में मिला दिया! आज भारत की भ्र्ष्टाचार की दशा में नेपाल से तुलना करने पर कई गुना अधिक भ्र्ष्ट भारत है! शराब का अवैध धंधा, पुलिस विभाग,आबकारी विभाग, शराब बेचने वाले निर्माता कंपनी जिनका मुख्य किरदार है हजारों करोड़ रूपये लेन देन कर अवैध शराब के धंधे से अपने को बचा लिए!निश्चित तौर पर अनिल टुटेजा,आरिफ शेख, प्रशांत अग्रवाल,अनवर ढेवर, बघेल परिवार जितने भी दोषी सारे लोग है पूरा सिस्टम करप्ट हो गया है और नेपाल की आग भारत की ओर न आ जाये! अभी समय रहते अपने को सुधार लें! महात्मा गाँधी,डॉ. भीमराव अम्बेडकर के प्रतिमा के सामने स्वयं उपस्थित होकर अपना गुनाह काबुलें यही एक रास्ता बचा हुआ है! नेपाल में अगर कुछ गलत हुआ है राष्ट्रीय सम्पति को जलाना, बैंक को लूटना है! बाकि सभी घटना प्रधानमंत्री को पीटने से लेकर अधिकारीयों के सार्वजनिक पिटाई स्वागत योग्य है!