राजनीति

PROTEST;शनिवार अवकाश निरस्तीकरण,अपने ही पूर्वजों के निर्णय को भाजपा सरकार बदल रही

विरोध

0 वन नेशन वन इलेक्शन वन पेंशन की बात करने वाली सरकार शनिवार की छुट्टी यथावत रखे-विजय झा

रायपुर, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा एक तरफ कर्मचारियों के विरोध के बाद भी सभी शनिवार को अवकाश घोषित कर कार्यालय अवधि को प्रातः 10 बजे से 5:30 किया गया था। अब भाजपा सरकार के ही पुराने मुख्यमंत्री द्वारा घोषित शनिवार अवकाश को पुलिस मुख्यालय में निरस्त कर सभी शासकीय कर्मचारियों के अवकाश को निरस्त करने की योजना बना रही है।

कर्मचारी नेता एवं आम आदमी पार्टी के कर्मचारी विंग के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार झा ने कहा है कि इतिहास को बदलने का प्रयास निंदनीय है। वर्ष 1981 चौधरी वेतनमान में यह अनुशंसा की गई थी कि कर्मचारियों के स्वास्थ,मस्त, तरो ताजा रहकर शासकीय कार्य के संपादन के लिए शनिवार को अवकाश होना चाहिए। इसी समय भारतीय रिजर्व बैंक ने भी प्रथम और चतुर्थ शनिवार का अवकाश घोषित किया था। ताकि कर्मचारी तत्परता से कार्य संपादित कर सके। केंद्र सरकार ने भी द्वितीय एवं तृतीय शनिवार को अवकाश घोषित किया था।

विजय कुमार झा ने कहा कि जब प्रथम शनिवार अवकाश घोषित हुआ तब कार्यालयीन समय 11 बजे से संध्या 5 बजे तक था। एक शनिवार अवकाश घोषित होने पर प्रतिदिन आधा घंटा कार्य अवधि बढ़ाकर कार्यालय अवधि 11 से घटाकर 10:30 बजे किया गया। जब द्वितीय शनिवार का अवकाश घोषित हुआ तब 1998 में कार्यालय अवधि 10:30 से संध्या 5 के स्थान पर साढे पांच किया गया और अब जब पांच दिवसीय कार्य दिवस घोषित कर सभी शनिवार को अवकाश दिया गया तब कार्यालय अवधि प्रातः 10 बजे से संध्या 5:30 बजे किया गया। कहीं ना कहीं सरकार कर्मचारियों को किए गए वादे, एनपीएस में डूबे लाखों रुपए की वापसी, अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण, पेंशनरों को पेंशन राहत, समय मान वेतनमान, पदोन्नति, क्रमोन्नति तथा नगर क्षतिपूर्ति भत्ता, अवकाश नगदी करण, गृह भाड़ा भत्ता, आदि में छठवें वेतनमान से वृद्धि करने का वादा कर सरकार बनाने के बाद इन सब बातों को भूल गई है।

विजय कुमार झा ने कहा कि अब केंद्र की मोदी सरकार 1 अप्रैल 25 से ना ओपी एस, ना एनपीएस, नया यूपीएस लागू कर रही है। जिसमें पेंशन को बंद करने की साजिश हो रही है। राज्य सरकार कर्मचारी हित में काम ना कर कर्मचारियों के अहित में लगातार काम कर रही है। जिसमें शिक्षक पंचायत के विधवा अनुकंपा नियुक्ति की मांग, अनियमित कर्मचारियों की मांग विद्युत मंडल के कर्मचारियों का नियमितिकरण, डीएड शिक्षकों का समायोजन आधा अधूरा, आदि अनेक मांगे हैं,जिस पर कोई निर्णय न लेकर सरकार अनिर्णय की स्थिति में है। बेरोजगारी की बात करना प्रदेश के नवयुवकों के साथ बेईमानी होगी। आज भी लाखों की संख्या में बेरोजगार हैं। नई भर्ती के दिशा में सरकार दिशाहीन हो चुकी है।

श्री झा ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि एक देश एक चुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन वन पेंशन की बात करने वाली केंद्र सरकार और राज्य सरकार में दोहरी नीति केंद्र अलग राज्य अलग की नीति को वापस लेते हुए, केंद्र और राज्य में समानता लागू कर तत्काल पुलिस मुख्यालय में शनिवार अवकाश निरस्तीकरण आदेश को वापस लेकर युक्तियुक्तकरण तत्काल बंद किया जाए तथा तूता धरना स्थल में धरनारत दिव्यांग लोगों को तपती धूप में मरने से बचाया जाए। 

पुलिस विभाग में नई भर्ती से बचने के लिए पुलिस मितान बनाकर शनिवार की छुट्टी रद्द की जा रही-कांग्रेस

पुलिस विभाग में बीते चार साल से शनिवार को दी जा रही छुट्टी को रद्द करने पर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में पुलिस विभाग में भी सप्ताह में 5 दिन कार्य दिवस और शनिवार को अवकाश देने की शुरुआत हुई थी। बीते 4 साल से पुलिस विभाग में शनिवार अवकाश दिया जा रहा था। जिसे अचानक रद्द कर दिया गया है सरकार का यह निर्णय पुलिस विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ अन्याय है। यह उनके मौलिक अधिकार का हनन है, जब केंद्र में सप्ताह में 5 दिन कार्य दिवस है ऐसे में डबल इंजन की सरकार क्यों पुलिस विभाग के शनिवार की छुट्टी को निरस्त कर रही है?

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा की सरकार पुलिस विभाग में नयी भर्ती करने से बचने के लिए पुलिस मितान बना रही है। पुलिस विभाग में शनिवार की छुट्टी को खत्म करके अधिकारी, कर्मचारियों के ऊपर काम का अतिरिक्त बोझ डाल रही है। पुलिस विभाग में बल के कमी के चलते थानों में पुलिस की सक्रियता में कमी है। जिसके चलते आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं, वाहन दुर्घटनाएं हो रही है। कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है।

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