अफसरों के बच्चों के चयन पर विवादों के घेरे में सीजीपीएससी, भाजपा ने की राजभवन व सीबीआइ से शिकायत

रायपुर , छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) की राज्य सेवा परीक्षा 2021 की चयन सूची विवादों में घिर गई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने राजभवन और सीबीआइ से शिकायत कर दावा किया है कि अधिकारियों-नेताओं के बेटे-बेटियों को नियुक्ति दी जा रही है।
रिजल्ट में सरनेम छुपाकर सीजीपीएससी के अध्यक्ष ने अपने रिश्तेदार को डिप्टी कलेक्टर बनाया है। साहिल जो कि डीएसपी बने हैं, उनका सरनेम छुपाया गया। सुनीता जोशी, श्रम पदाधिकारी अध्यक्ष की भांजी है।
इसी के साथ पीएससी के सचिव के पुत्र के भी डिप्टी कलेक्टर बनने पर आपत्ति की है। मामले में पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है।
राजनेता, ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों का चयन कोई अपराध नहीं : भूपेश
भाजपा के आरोप पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार कर कहा कि यदि कोई किसी राजनेता या ब्यूरोक्रेट्स के परिवार से चयनित हो रहा है तो यह कोई अपराध नहीं है। भाजपा जिस तरह से आरोप लगा रही है और जिस तरह से इंटरनेट मीडिया में जो बातें कही जा रही हैं वह बेहद दुर्भाग्यजनक है। यदि भाजपा के पास कोई तथ्य है तो उसे सामने लाएं, जांच कराएंगे। माहौल खराब नहीं करना चाहिए। मेरे पास भी भाजपा के शासनकाल चयनित अभ्यर्थियों के भी नाम है। अगर उनको उजागर करेंगे तो उनका भी मन खराब होगा।
ये युवाओं से छल, विरोध करेगी भाजपा : अरुण साव
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि प्रदेश का युवा खुद को ठगा महसूस कर रहा है। पीएससी की चयन सूची को देखकर यह साफ हो गया है कि यह छत्तीसगढ़ की युवा प्रतिभाओं के साथ सीधी-सीधी धोखाधड़ी है, छल है, अन्याय है। 18 मई को भाजयुमो लोक सेवा आयोग के दफ्तर का घेराव करेगा।