राजनीति

केंद्र ने ओडिशा सरकार को दिए 5-टी सचिव पर कार्रवाई करने के निर्देश, CM नवीन पटनायक बेहद करीबी हैं VK पांडियन

भुवनेश्वर, भारत सरकार ने मंगलवार को ओडिशा के मुख्य सचिव को ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी और 5-टी सचिव के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने मुख्य सचिव को लिखे अपने पत्र में 24 जून को लोकसभा सांसद अपराजिता षडंगी और ओडिशा BJP प्रमुख मनमोहन सामल द्वारा दायर एक शिकायत का हवाला दिया।

इस पूरे मामले पर षडंगी ने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए ट्विटर पर लिखा कि केंद्र सरकार ने ओडिशा के एक अधिकारी द्वारा सेवा आचरण नियम के उल्लंघन का संज्ञान लिया है। उल्लंघन के स्पष्ट सबूतों के आधार पर डीओपीटी ने मुख्य सचिव से कार्रवाई करने को कहा है, क्योंकि राज्य कैडर नियंत्रण प्राधिकरण है। आशा है कि कानून को अपना काम करने दिया जाएगा।

यह पत्र इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस समेत विपक्ष मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और 5-टी सचिव वीके पांडियन के कई जिलों के दौरे और सार्वजनिक बैठकों को लेकर उन पर बार-बार हमले कर रहा है।

षडंगी ने डीओपीटी के पास दर्ज कराई थी लिखित शिकायत

अपनी शिकायत और केंद्र से उसके बाद के पत्र के बारे में पूछे जाने पर षडंगी ने कहा कि हमने 24 जून को डीओपीटी के पास एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। हमने व्यक्तिगत रूप से शिकायत दर्ज कराई और विभाग को हमारी शिकायत समझाई।

उन्होंने कहा कि हमने उन्हें बताया कि न केवल सार्वजनिक बैठकों में बल्कि वह (वीके पांडियन) बीजू जनता दल के सभी राजनीतिक पोस्टरों में सीएम नवीन पटनायक की तस्वीर के साथ नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पहले ही कई बार बता चुकी हूं कि यह अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियमों का खुला उल्लंघन है। लोग समझ चुके हैं कि एक नौकरशाह जन प्रतिनिधियों को दरकिनार कर ऐसे काम कर रहा है, जो गैरकानूनी है।

कानून को अपना काम करने देंगे मुख्यंमंत्री: षडंगी

मुख्यमंत्री हमेशा कानून के पैरोकार रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि वह इस मामले में भी कानून को अपना काम करने देंगे। राज्य कैडर नियंत्रण प्राधिकारी है। यही कारण है कि केंद्र ने राज्य को 5T सचिव के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अनुमति दी है।

राज्य सरकार की कार्रवाई के बारे में षडंगी ने कहा कि मुख्य सचिव एक बहुत वरिष्ठ नौकरशाह और एक कुशल अधिकारी हैं। मुझे यकीन है कि दोषी अधिकारी के खिलाफ मेरे द्वारा उपलब्ध कराए गए सभी सबूतों पर विचार करने के बाद वह उचित कार्रवाई करेंगे।

5-टी सचिव के खिलाफ कांग्रेस ने किया केंद्र का रुख

इस बीच, कांग्रेस की राज्य इकाई ने भी मंगलवार को राज्य के एक सेवारत अधिकारी 5-टी सचिव वीके पांडियन द्वारा अखिल भारतीय सेवा नियमों के घोर उल्लंघन का आरोप लगाते हुए केंद्र का रुख किया। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग को लिखे पत्र में वरिष्ठ कांग्रेस नेता बिजय पटनायक ने अधिकारी के खिलाफ जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है।

5-टी सचिव पर लगाया नियमों के उल्लंघन का आरोप

पटनायक ने अपने पत्र में दावा किया कि वीके पांडियन का नाम गजपति जिले के परलाखेमुंडी में हटीबाड़ी रोड पर बीजद के प्रतीक वाले होर्डिंग्स में दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि होर्डिंग में दावा किया गया है कि 5-टी सचिव वीके पांडियन की यात्रा के दौरान एक चर्च के लिए 20 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं, जो अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियमों के नियम 5 का स्पष्ट उल्लंघन है।

ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक हैं नजरबंद, मुख्‍यमंत्री बनने के लिए बेताब पांडियन उनकी सादगी का उठा रहे फायदा: टुडू

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक फिलहाल नजरबंद हैं। 5-टी सचिव वी.के. पांडियन ने उन्हें नजरबंद कर दिया है। इतना ही नहीं, फाइव-टी सेक्रेटरी आगे मीड नाइट ऑपरेशन करने वाले हैं। वह मुख्यमंत्री बनने के लिए बेताब हैं। मयूरभंज के पूर्व सांसद लक्ष्मण टुडू ने बारीपदा में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह गंभीर आरोप लगाया है। इतना ही नहीं, पत्रकार सम्मेलन के दौरान पूर्व सांसद लक्ष्मण टुडू भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि जिस तरह औरंगजेब ने राजा बनने के लिए अपने पिता शाहजहां को बंदी बनाकर रखा था, उसी तरह फाइव टी सचिव ने भी मुख्यमंत्री को नजरबंद कर दिया है।

उन्‍होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री की उम्र, स्वास्थ्य और सादगी का फायदा उठाते हुए मुख्यमंत्री को नजरबंद कर दिया गया है। फाइव टी सचिव अलग-अलग जिलों का दौरा कर खुद को सम्राट घोषित कर रहे हैं और झूठ बोल रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने उन्हें भेजा है। पूर्व सांसद ने कहा कि मेरे बड़े भाई (मुख्यमंत्री) दुबई और मुंबई जा सकते हैं, क्या वह ओडिशा के विभिन्न जिलों में नहीं जा सकते? यह घटना हर किसी को संदेह में डाल देता है।

ओडिशा पर तमिल का शासन: टुडू

पूर्व सांसद लक्ष्मण टुडू ने कहा कि तमिल ओडीसा पर शासन कर रहे हैं और लूट रहे हैं। टुडू ने फाइव टी सचिव के साथ नवरंगपुर के पूर्व उप-कलेक्टर प्रशांत राउत की तस्वीर पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि फाइव-टी सचिव जब मयूरभंज जिले के डिप्टी कलेक्टर थे, तब वह खदानों की लूट में शामिल थे। इसके अलावा, तत्कालीन जिला प्रशासन के कई अधिकारी लूटपाट में उनकी मदद करते थे। जिस माइक पर 5-टी सचिव मुख्यमंत्री का भाषण सुना रहे हैं वह झूठ है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button