कॉलेजों की लापरवाही पर गिरी गाज;सरकार ने 233 डिग्री कॉलेजों के प्राचार्यों और क्लर्कों का वेतन रोका
भुबनेश्वर, ओडिशा कॉलेजों के प्राचार्यों को लापरवाही दिखाना भारी पड़ा। ओडिशा उच्च शिक्षा विभाग ने कथित घोर लापरवाही के कारण शनिवार को 233 कॉलेजों के प्रिंसिपल और हेड क्लर्क का वेतन रोक दिया। शिक्षा विभाग ने उन कॉलेजों के सभी प्राचार्यों को लिखे पत्र में विभाग के सहायक निदेशक की ओर से बार-बार याद दिलाने के बाद भी आदेशों का पालन नहीं करने का हवाला दिया है।
उच्च शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि ‘आप बार-बार याद दिलाने के बाद भी सहायक निदेशक के पत्रों के जवाब में आवश्यक जानकारी देने में विफल रहे हैं। यह उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने में विफलता के साथ-साथ आपकी ओर से सरकारी कर्तव्य के निर्वहन में घोर लापरवाही को दर्शाता है।
विभाग ने प्राचार्यों को निर्देश दिया कि वे स्वयं के साथ-साथ संबंधित महाविद्यालयों के प्रधान लिपिक/लिपिक का माह मई 2023 का वेतन/पारिश्रमिक तब तक आहरित और जारी न करें जब तक कि आदेशों का अनुपालन नहीं किया जाता है और विभाग से मंजूरी नहीं दी जाती है।
बरगढ -बलांगीर के 39 कालेजों के साथ इन जिलों के कॉलेज के प्राचार्यों पर गिरी गाज
इसमें अनुगुल से पांच, बालासोर से 12, बरगढ़ से 16, भद्रक से एक, बलांगीर से 23, बौध से एक, कटक से 24, देवगढ़ से तीन, ढेंकानाल से 13, गजपति से चार, गंजाम से 18, जगतसिंहपुर से 12 , जाजपुर से 13, झारसुगुड़ा से छह, कालाहांडी से पांच, कंधमाल के एक कॉलेज पर कार्रवाई की गई है।
वहीं, केंद्रापाड़ा, मयूरभंज, खोर्धा और क्योंझर से छह-छह, कोरापुट से पांच, मल्कानगिरी से एक, नबरंगपुर से दो, नयागढ़ से सात, नुआपाड़ा से एक, नौ से नौ पुरी से तीन, रायगड़ा से तीन, संबलपुर से सात, सोनपुर से एक और सुंदरगढ़ से पांच कॉलेज शामिल हैं।