भारत के “लाल”कृष्ण आडवाणी
जिस राम मंदिर को बनाने के नाम पर 1990में लाल कृष्ण आडवाणी रथ लेकर सोमनाथ से अयोध्या के लिए निकले थे उस समय तो लाल कृष्ण आडवाणी को बिहार में गिरफ्तार कर लिया गया था। 24 साल बाद उनके रथ के चालक नरेंद्र मोदी ने भव्य राम मंदिर बनाकर प्राण प्रतिष्ठा करवा दी तो सबसे बड़ा पुण्य लाल कृष्ण आडवाणी को मिलना था और मिला भी। आज से लाल कृष्ण आडवाणी भारत रत्न कहलाएंगे।
देखा जाए तो सोमनाथ से अयोध्या की यात्रा भाजपा के शैशव काल से निकल कर देश में स्थापित होने की भी यात्रा थी। लाल कृष्ण आडवाणी हार्डकोर हिंदुत्व के प्रवर्तक थे इसका खामियाजा उन्हें देश के प्रधान मंत्री न बनने के रूप में भुगतना पड़ा था। गठबंधन की सरकार में अटल बिहारी वाजपेई सिर्फ इसलिए प्रधान मंत्री बने थे क्योंकि वे हार्डकोर नहीं थे बल्कि उदारवादी थे। लाल कृष्ण आडवाणी ने प्रधानमंत्री बनना चाहा लेकिन सफलता नहीं मिली और उन्हे उप प्रधानमंत्री पद पर ही संतोष करना पड़ा। भारत में वल्लभ भाई पटेल, मोरार जी देसाई के बाद लाल कृष्ण आडवाणी तीसरे ऐसे व्यक्ति है जो देश के उप प्रधान मंत्री पद पर रहे है।
भारत रत्न के बारे में कहा जाता है कि एक साल में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही भारत रत्न सम्मान दिया जा सकता है। भारत रत्न देने की परंपरा की शुरुवात 1954से हुई। 70 साल में केवल सात साल ऐसे रहे है जिन सालो में में अधिकतम तीन व्यक्तियों को भारत रत्न दिया गया है।
1954-
1सर्वपल्ली राधाकृष्णन
2सी.राजगोपालाचारी
3.चंद्र शेखर रमण
1955
1.डा.भगवान दास
2. विश्वेवरय्या
3.जवाहर लाल नेहरू
1991
1.वल्लभ भाई पटेल (मरणोपरांत)
2.राजीव गांधी (मरणोपरांत)
3मोरार जी देसाई
1992
1.जे.आर. डी.टाटा
2.सत्यजीत रे
3.अबुल कलाम आज़ाद
1997
1.ए पी जे कलम
2. गुजरारी लाल नंदा
3.अरुणा आसफ अली
1998
1.सुब्बूलक्ष्मी
2.सी.सुभ्रमण्यम
3.जय प्रकाश नारायण (मरणोपरांत)
1999
1.प्रणव मुखर्जी
2.भूपेन हजारिका(मरणोपरांत)
3. गोपीनाथ बोरदोलोई (मरणोपरांत)
2024 के पहले 6 साल ऐसे रहे जब दो व्यक्तियों को उनके अनुकरणीय कार्य के लिए भारत रत्न दिया गया है|
1961
1.डा.विधानचंद राय
2.पुरुषोत्तम दास टंडन
1963
1.जाकिर हुसैन
2. डा वामन राव कांडे
1990
1.बी.आर.अंबेडकर( मरणोपरांत)
2.नेल्सन मंडेला
2001
1. बिस्मिल्लाह खान
2.लता मंगेशकर
2014
1.सी. एन. राव
2.सचिन तेंदुलकर
2015
1.अटल बिहारी वाजपेई
2.मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत)
2024
कर्पूरी ठाकुर (मरणोपरांत) ,लाल कृष्ण आडवाणी
1956, 1959, 1960, 1964,65, 1967-70, 1972-74, 1977-80, 1981, 1982, 1984-86, 1989, 1993-96, 2000, 2002-07, 2009-13, 2016-19, 2021-23, कुल 34साल तक किसी भी व्यक्ति को भारत रत्न सम्मान नहीं दिया गया है।
स्तंभकार- संजयदुबे