एम्स में बच्चों के लिए विशेष किडनी क्लिनिक

0 विश्व किडनी दिवस पर वॉकाथॉन और पोस्टर के माध्यम से स्वस्थ किडनी का संदेश
0 अधिक पानी पीने, फास्ट फूड कम लेने और मौसमी सब्जी-फल का सेवन करने को प्रेरित किया
रायपुर, विश्व किडनी दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में बच्चों के लिए पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी के विशेष क्लिनिक का शुभारंभ किया गया। इसमें किडनी रोगों से पीड़ित बच्चों का इलाज किया जाएगा। अभी एम्स में प्रत्येक सप्ताह लगभग बीस बाल किडनी रोगी पीड़ित पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों ने किडनी रोगों से बचने के लिए जीवन शैली में आवश्यक परिवर्तन अपनाने को कहा है।
विशेष क्लिनिक का उद्घाटन करते हुए निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने कहा कि इससे बच्चों में किडनी रोग के कारणों और इसके उपचार के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे भविष्य में किडनी रोग से पीड़ित बच्चों पर शोध भी संभव हो सकेगा। विभागाध्यक्ष डॉ. विनय राठौर ने बताया विशेष क्लिनिक प्रत्येक गुरुवार को नौ से एक बजे तक आयोजित होगा। वर्तमान में विभाग में 90 बाल किडनी रोगी रजिस्टर्ड हैं जिनमें से लगभग 10 को नियमित डायलिसिस की आवश्यकता पड़ती है। इन्हें मुख्य रूप से चेहरे, पैर और पेट पर सूजन की शिकायत होती है।
उन्होंने बताया कि विभाग में औसतन 1500 किडनी रोगी प्रतिमाह आ रहे हैं। इनमें लगभग 100 रोगी नए होते हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ते किडनी रोग को रोकने के लिए जीवन शैली में आवश्यक परिवर्तन करने होंगे। इसके लिए प्रति दिन आठ से दस गिलास पानी पीने की आदत डालें जिससे डिहाइड्रेशन से बचा जा सके। कोई भी दवा खासतौर पर दर्द निवारक, बिना चिकित्सकीय परामर्श के न लें। इसके साथ ही अधिक नमक के सेवन से बचते हुए मौसमी सब्जियां और फलों को अपने नियमित आहार में शामिल करें। फास्ट फूड से भी स्वयं को बचाने की आवश्यकता है। शुगर और बीपी को भी नियमित चेक करवाते रहे। योग से भी किडनी रोगों से बचाव किया जा सकता है।
इससे पूर्व विभाग की नर्सिंग ऑफिसर उर्मिला की याद में पौधारोपण किया गया। उर्मिला के परिजनों ने हाल ही में उसकी किडनी और कॉर्निया दान की थी। इसके साथ ही पोस्टर प्रजेंटेशन और वॉकाथान के माध्यम से परिसर के आसपास के लोगों को नियमित रूप से पैदल चलने और साइकलिंग करने का संदेश दिया गया जिससे किडनी और फेफड़े स्वस्थ रहे। कार्यक्रमों का आयोजन नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी और नर्सिंग कालेज के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इसमें प्रो. अनिल कुमार गोयल, डॉ. दिबाकर साहू, डॉ. रोहित ने भाग लिया।