एम्स में अब तक 34 को कॉर्निया ट्रांसप्लांट से मिली नई रोशनी ; 12 को अभी भी दानदाता का इंतजार
रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में अब तक 34 रोगियों को कॉर्निया ट्रांसप्लांट से जिंदगी की नई रोशनी मिल चुकी है। अभी भी 12 रोगियों को कॉर्निया दानदाताओं की आवश्यकता है। इस संबंध में एम्स द्वारा सतत् रूप से नेत्रदान पखवाड़ा के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
एम्स की ओर से नेत्रदान पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सीएमई का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नेत्रदान से जुड़ी भ्रांतियों और इसकी आवश्यकता के बारे में सभी को बताया गया। प्रो. सोमेन मिश्रा ने कॉर्निया की वजह से अंधपन के बारे में जानकारी प्रदान की। डॉ. लुबना खान ने नेत्रदान से जुड़ी भ्रांतियों और तथ्यों के बारे में बताया। डॉ. विजया साहू ने एम्स में संचालित नेत्र बैंक के बारे में जानकारी दी। डॉ. दीपक डिसूजा ने नेत्रदान संबंधी विधिक पक्षों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर आठ कॉर्निया दानदाताओं और छह कॉर्निया प्राप्त करने वाले रोगियों का भी सम्मान किया गया। डॉ. साहू ने बताया कि एम्स के नेत्ररोग विभाग के तत्वावधान में सतत् रूप से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत तेलीबंधा पर नेत्रदान संबंधी नाटिका प्रस्तुत की गई। इसके साथ ही पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से नेत्रदान के महत्व को रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. सुभाष मिश्रा, निदेशक, राज्य एपीडिमिक कंट्रोल, अधिष्ठाता (शैक्षणिक) प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल और चिकित्सा अधीक्षक प्रो. मनीषा रूईकर ने भाग लिया।