एम्स में सीजीएचएस पेंशनधारी के लिए पृथक काउंटर प्रारंभ; कैशलेस रजिस्ट्रेशन, जांच और उपचार का लाभ उठा सकेंगे
0 अति कुपोषित बच्चों के लिए 10 बैड की पृथक स्मार्ट यूनिट भी प्रारंभ
रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में केंद्रीय कर्मचारियों की स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के लाभार्थियों के लिए कैशलेस उपचार की सुविधा प्रारंभ हो गई है। इसके लिए एक पृथक काउंटर भी स्थापित किया गया है।
निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने शुक्रवार को नए काउंटर का उद्घाटन किया। अब सीजीएचएस के लाभार्थियों और पेंशनधारकों को एम्स में उपचार के लिए कैश देने की आवश्यकता नहीं होगी। उन्हें पंजीकरण के तुरंत बाद कैशलेस उपचार और जांच की सारी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इसके लिए एम्स के डोम-3 में विशेष काउंटर स्थापित किया गया है। इसके साथ ही आयुष्मान और ईएचएस के काउंटर को भी पुनः डोम-3 में स्थापित किया गया है।
एम्स में विगत एक सप्ताह से ओपीडी के रजिस्ट्रेशन में एक घंटे की वृद्धि की गई है। अब रोगी दोपहर 12 बजे तक रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। इससे अन्य राज्यों या जिलों से आने वाले रोगियों को ओपीडी उपचार में और अधिक सुविधा मिल सकेगी। नए काउंटर के उद्घाटन के अवसर पर उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता, अधिष्ठाता (शैक्षणिक) प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. मनीषा रुइकर और सीजीएचएस के डॉ. केशव बहादुर भी उपस्थित थे।
प्रो. सिंह ने एम्स के सी ब्लॉक में अति कुपोषित बच्चों के लिए विशेष रूप से स्थापित 10 बैड की स्मार्ट यूनिट का भी उद्घाटन किया। यह यूनिट स्टेट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर न्यूट्रीशनल इंटरवेंशन के अंतर्गत स्थापित की गई है। इसमें प्रदेश के अति कुपोषित बच्चों को उपचार प्रदान किया जाएगा।
प्रदेश के महिला और बाल विकास विभाग एवं यूनिसेफ के निर्देशन में ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर पोषण केंद्रों की स्थापना की गई है। यह स्मार्ट सेंटर इन केंद्रों के लिए मार्गदर्शक और पर्यवेक्षक के रूप में कार्य करेगा।
इसके अतिरिक्त इंफेंट एंड यंग चाइल्ड फीडिंग सेंटर भी बनाया गया है जिसमें स्तनपान को लेकर प्रोत्साहन कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार गोयल, यूनिसेफ के राज्य प्रभारी जॉब जकारिया और बाल विभाग के संयुक्त निदेशक डी.एस. मरावी उपस्थित थे।