राजनीति

झीरम की बरसी पर होगी श्रद्धांजलि सभा; सीएम बघेल बोले- पीड़ितों को न्याय नहीं मिलने का है अफसोस

रायपुर, झीरम घाटी नक्सली हमले की दसवीं बरसी में गुरुवार को प्रदेश के सभी शासकीय और अर्धशासकीय कार्यालयों में झीरम श्रद्धांजलि दिवस मनाया जाएगा। दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी जाएगी तथा राज्य को पुनः शांति का टापू बनाने के लिए शपथ ली जाएगी। झीरम की बरसी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जगदलपुर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री बघेल ने रायपुर में मीडिया से चर्चा में कहा कि झीरम घाटी में अभी तक न्याय नहीं मिला है, इस बात का अफसोस और दुख है। यह हमारे लिए एक भावनात्मक मामला है। पीड़ित परिवारों को न्याय मिलना चाहिए।

कांग्रेस झीरम घाटी में जान गंवाने वाले कांग्रेस नेताओं के राजनीतिक योगदान को लेकर प्रदेश के सभी ब्लाक और जिला मुख्यालय में संगोष्ठी का आयोजन कर रही है। विधानसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत ने कहा कि 25 मई दिन हर साल एक भीषण खूनी हत्या को याद दिलाता है। देश के सबसे बड़े आंतरिक हमलों में से एक झीरम हत्याकांड है। इस हमले में जान गंवाने वालों की स्मृतियां और सार्वजनिक जीवन में किए गए जनहित कार्यों को प्रदेश भूला नहीं सकता। झीरम घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर नक्सलियों ने हमला किया था, जिसमें तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल सहित 32 लोगों की मौत हुई थी।

झीरम घाटी के सच को कांग्रेस छुपाना चाहती है: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव

छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि झीरम घाटी के सच को कांग्रेस छुपाना चाहती है। इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे तबसे आज तक झूठ फैला रहे हैं, आख़िर जिस झीरम का सबूत जेब में होने का भूपेश दावा करते थे, वह सबूत कहां छोड़ आए हैं वे, किसे दे आए, कहां छिपा आए, यह बड़ा सवाल है। साव ने पीएससी में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश का युवा ठगा गया है। भाजपा लगातार युवाओं की इस पीड़ा को सदन से लेकर सड़क पर उठा रही है। भाजपा युवाओं के संघर्ष को अंजाम तक पहुंचाएगी। गोठान पर कहा कि शुरुआती आंकलन में अनुसार इस योजना में 1300 करोड़ की गड़बड़ी पकड़ी गई है, यह आगे इससे भी बड़ा घोटाला है। अगर इनके फ्लैगशिप योजना के साथ ऐसा हुआ है तो आप अन्य योजना की कल्पना कर सकते हैं।

कालनेमि भी बोला था राम-राम: भाजपा

साव ने सरकार के राष्ट्रीय रामायण आयोजन पर कहा कि कालनेमि ने भी राम-राम बोला था, लेकिन राम जी भक्ति के लिए नहीं, बल्कि हनुमान जी का मार्ग रोकने के लिए। कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठना लाजिमी है, क्योंकि इन्होंने रामसेतु के अस्तित्व को नकारा, भगवान राम को काल्पनिक बताया और श्रीराम मंदिर का विरोध किया।

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