कानून व्यवस्था

नर्स के भरोसे छोड़कर गए 2 डॉक्टर बर्खास्त; हमर अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत का मामला

रायपुर, गुढियारी स्थित हमर अस्पताल में गर्भवती महिला को समय पर इलाज नहीं देने और नर्स के भरोसे तड़पता छोड़कर जाने वाले दो संविदा डाक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया है। डाक्टरों और नर्स की इस लापरवाही के कारण गर्भवती महिला की करीब डेढ़ माह पहले मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट के आधार डाक्टरों को बर्खास्त करने के साथ ही स्टाफ नर्स को सस्पेंड कर दिया गया है।

डाक्टरों की टीम की जांच में प्रमाणित हो गया कि गर्भवती महिला का समय पर इलाज नहीं किया गया। पीड़िता अस्पताल में तड़प रही थी, उसके बाद भी दो डाक्टर उसे नर्स के भरोसे छोड़कर चले गए। इनमें एक डाक्टर तो स्त्री रोग विशेषज्ञ है। जांच में रिपोर्ट में ये खुलासा भी हो गया कि अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स ने गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा बढ़ाने के लिए मिजोप्रोस्टाेल टेबलेट दे दी, जबकि प्रसव पूर्व ये टेबलेट नहीं देना था। उस समय अस्पताल के दोनों चिकित्सक डा. विकास कुर्रे और स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. तनु दुबे वहां मौजूद नहीं थे। उन्होंने मरीज को नर्स के भरोसे छोड़ दिया था।

कैसे हुई थी गर्भवती की मौत

जनता कॉलोनी निवासी राधा निर्मलकर को प्रसव दर्द शुरू होने पर 9 जून को हमर अस्पताल ले जाया गया था। परिजनों ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही सोनोग्राफी करवा ली थी। जिसमें बच्चे के गले में नाल फंसने की बात सामने आ रही थी। इसके बाद भी हमर अस्पताल के चिकित्सकों ने महिला को घर भेज दिया। 11 जून को फिर दर्द होने पर महिला परिजनों के साथ हमर अस्पताल पहुंची तो उसे भर्ती किया। लेकिन किसी भी डॉक्टर ने अटेंड नहीं किया। नर्स ही उसकी देखभाल करती रही। रात में महिला की हालत ज्यादा खराब होने पर उसे निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। जहां उसकी मौत हो गई।

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