मॉनसून 4 जून को केरल में देगा दस्तक, इस बार हो सकती है ‘सबसे अच्छी’ बारिश…
नई दिल्ली , भीषण गर्मी का सामना कर रहे लोगों को अगले सप्ताहांत से राहत मिलने की उम्मीद है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्वानुमान में कहा है कि 4 जून को मॉनसून केरल में पहुंच जाएगा. साथ ही उनकी ओर से कहा गया कि मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थिति अनुकूल है. अगले 2-3 दिनों में उत्तर भारत में अच्छी बारिश की उम्मीद है.
मौसम विभाग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मार्च-मई में प्री-मॉनसून की अच्छी बारिश हुई है. 1 मार्च से 25 मई के दौरान 12% ज्यादा बारिश हुई है. प्री-मॉनसून सीजन में कम हीट वेव देखी गई.
मौसम विज्ञानियों ने कहा कि एक बार जब मॉनसून मजबूत हो जाएगा, हम उम्मीद कर रहे हैं कि वह 4 जून के आसपास केरल में पहुंच जाएगा. 1 जून से पहले, हम मॉनसून के आने की उम्मीद नहीं कर रहे हैं. इस साल मॉनसून के सामान्य रहने की सबसे अधिक संभावना है.
आईएमडी ने कहा है कि अगले एक हफ्ते तक अरब सागर में चक्रवात की संभावना नहीं है. अगर बारिश हर जगह लगभग एक जैसी हुई तो सभी जगह के लिए यह एक आदर्श स्थिति होगी. अगर हर जगह एक जैसी बारिश होगी तो कृषि पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा. उत्तर पश्चिम भारत में अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है.
क्या है मॉनसून की टाइमलाइन?
आमतौर पर मॉनसून की शुरुआत 25 मई से 1 जून के बीच होती है. सबसे पहले 16-20 मई के बीच मॉनसून अंडमान पहुंचता है. लेकिन, भारत में दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून ही सक्रिय होता है. इसलिए केरल से ही मॉनसून की शुरुआत मानी जाती है. यहां मॉनसून 25 मई से 1 जून तक पहुंचता है. देर होने पर 3-6 दिन आगे पीछे हो सकते हैं. इसके बाद तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी, कोंकण में भी मॉनसून 15 जून तक सक्रिय हो जाता है. फिर ये कर्नाटक, मुंबई, गुजरात और पश्चिमी बेल्ट पर पहुंचता है.
कितनी बारिश की है संभावना?
IMD के मुताबिक, देशभर में औसत 96% बारिश होने की संभावना है. ये मॉनसून (Monsoon 2023) की सामान्य स्थिति है. हालांकि, सामान्य और सामान्य से ज्यादा मॉनसून होने की 67% संभावना है. मतलब अगर आने वाले दिनों में मॉनसून की स्थिति बदलती है तो बदलाव देखने को मिल सकते हैं. भारत में मॉनसून और अल नीनो का सीधा संबंध नहीं है.