राजधानी के भाठागांव बस टर्मिनल में फर्जी बुकिंग एजेंट- हाकरों पर कार्यवाही; टिकट बुक समेत दो गिरफ्तार,साथी फरार
रायपुर, यात्रियों के साथ लगातार बदसलूकी और अधिक किराया वसूलने की मिल रही शिकायत के बाद भाठागांव बस टर्मिनल में सक्रिय फर्जी बुकिंग एजेंटों और हाकरों पर पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है। पुलिस ने दो ऐसे बस एजेंटों को गिरफ्तार किया है जो न बस मालिक की ओर से अधिकृत थे न ही लाइसेंसी बुकिंग एजेंट, फिर भी यात्रियों को बसों का टिकट काट रहे थे। इनके पास से फर्जी टिकट बुक भी जब्त किया गया है। मामले में दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफ पहले से थाने में कई मामले दर्ज है। पुलिस के निशाने पर अभी और कई एजेंट और हाकर है, जिनकी तलाश की जा रही है।
एडिशनल एसपी पश्चिम डीसी पटेल ने बताया कि भाटागांव बस स्टैंड में अनाधिकृत रूप से सक्रिय होकर विभिन्न यात्री बसों की टिकट काट रहे टिकरापारा इलाके के संजयनगर निवासी अरशद खान(22) और मोहम्मद कामरान ऊर्फ कैफ(20) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आफ़रीन ट्रेवल्स के नाम से बुकिंग दुकान चला रहे थे। पुलिस की दबिश पड़ते ही इनके अन्य साथी भाग निकले। मामले में धारा 419, 420, 34 के तहत टिकरापारा पुलिस ने केस दर्ज किया है।
अधिक किराया वसूलते थे
पकड़े गए दोनों आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति के है। भाठागांव बस टर्मिनल में आने वाले यात्रियों को पकड़कर रखने के साथ उनसे दुर्व्यवहार करने के साथ टिकट के नाम पर अधिक पैसे वसूलकर जबरन बसों में बैठा देते थे।
यात्रियों को बस में बैठाकर गायब हो जाते थे
भाठागांव चौक पर आरोपियों ने आफरीन ट्रेवल्स के नाम से बस टिकट बुकिंग का दुकान खोल रखा था। ये झारखंड राज्य के गढ़वा, डाल्टेनगंज आदि शहरों की ओर जाने वाले यात्रियों को पकड़कर उनसे आठ सौ रूपये की निर्धारित टिकिट के स्थान पर डेढ़ हजार रूपये वसूल लेते थे। यहीं नहीं जबरिया दूसरे यात्री बस में बैठाकर गायब हो जाते थे।
दूसरी बार दुकान सील
यात्रियों से लगातार मिल रही शिकायत पर पुलिस टीम ने दुकान में दबिश देकर आफरीन ट्रेवल्स के नाम के कई फर्जी टिकट बुक, सील, 12 हजार रुपये नगद जब्त किए। मौके पर पकड़े गए अरशद और कामरान ने पूछताछ में बताया कि वे किसी बस सर्विस के मालिक द्वारा अधिकृत एजेंट नियुक्त नहीं है, न ही बुकिंग एजेंट का लाइसेंस उनके पास है। कुछ दिन पहले ऐसे टिकट बुकिंग एजेंटों की दुकानों को नगर निगम और पुलिस ने मिलकर सील किया था। अरशद खान ने बताया कि दुकान सील होने के बाद भाठागांव चौक के पास दूसरी दुकान किराए पर लेकर अपने साथियों के साथ काम शुरू किया था।