
बेंगलुरु, बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव को 14.8 किलो सोने के साथ डीआरआई ने गिरफ्तार किया था. इस गिरफ्तारी के पीछे रान्या राव के ओवर स्मार्ट बनने की कोशिश और एक्ट्रेस होना भारी पड़ गया. साथ ही, तीन ऐसी गलती कर बैठी, जिसकी वजह से वह डीआरआई की नजर में आ गई. इन्हीं गलतियों की वजह से उसका भांड़ा फूट गया और वह सलाखों के पीछे पहुंच गई.
सूत्रों के अनुसार, क्यूंकि रान्या राव एक सीनियर आईपीएस अधिकारी की बेटी है, जो फिलहाल डीजीपी रैंक के अधिकारी है, लिहाजा उसे भरोसा था कि वह अपने पिता के नाम और प्रोटोकॉल के भरोसे एयरपोर्ट से बाहर निकलने में कामयाब हो जाएगी. जैसा की वह अपनी पहले की विजिट में करती रही है. इसके अलावा, एक्ट्रेस होने की वजह से पब्लिक फिगर थी, लिहाजा उस पर एजेंसियां छोड़िए आम आदमी का ध्यान उस पर आसानी से चला जाता.
एक सीनियर ऑफिसर के अनुसार, बेंगलुरू ही नहीं, देश के सभी कस्टम एयरपोर्ट पर एक खास सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है. यह सॉफ्टवेयर उन यात्रियों के बारे में बताता है, जो लगातार विदेश यात्रा कर रहे हैं. सॉफ्टवेयर द्वारा आइडेंटिफाई किए गए फ्रिक्वेंट फ्लायर की प्रोफाइल को एनालाइज किया जाता है कि क्या उनकी प्रोफाइल ऐसी है, जिसकी वजह से उन्हें बार-बार विदेश जाने की जरूरत पड़े. इसी फैक्ट के आधार पर जांच आगे बढ़ती है.
उन्होंने बताया कि जिन पैसेंजर्स की प्रोफाइल और फ्लाइंग रिकॉर्ड मैच नहीं करता है, उन पर कस्टम-डीआरआई जैसी एजेंसी अपनी निगाह रखना शुरू कर देती हैं. चूंकि, रान्या राव एक अभिनेत्री हैं, लिहाजा सूटिंग के नजरिए से उनका बार-बार विदेश जाना बनता है, लेकिन रिकॉर्ड में दर्ज उनकी सभी यात्राएं व्यक्तिगत थी. साथ ही, किसी भी ट्रिप में उनके साथ फिल्म प्रोडक्शन का क्रू नजर नहीं आया. लिहाजा, एजेंसीज का ध्यान उन पर केंद्रित हो चुका था.
सीनियर ऑफिसर के अनुसार, रान्या राव को लेकर डीआरआई के पास स्पेसिफिक इंटेलिजेंस इनपुट था. साथ ही, दुबई एयरपोर्ट पर दिए गए कस्टम डिक्लेरेशन और अतिथि एप (ATITHI APP) पर दी गई जानकारी आपस में मेल नहीं खा रही थीं, लिहाजा रान्या राव पूरी तरह से शक के दायरे में आ गई. वहीं, कानूनी पेचीदिगियों को देखते हुए कस्टम या डीआरआई तक तक पैसेंजर का इंतजार करती है, जब तक वह ग्रीन या रेड चैनल क्रॉस नहीं कर जाते हैं.
ग्रीन चैनल क्रॉस करते ही रान्या राव को जांच रोक लिया गया और उनको डीएफएमडी से गुजरने के लिए कहा गया. साथ ही, उनके सामान को एक्सरे में डलवाया गया. इसके बाद, रान्या राव का पूरा सच सबके सामने आकर खड़ा हो गया. इस बार रान्या राव का ना ही सेलेब्रिटी होना काम आया और ना ही उनके पिता का प्रभाव काम आया. डीआरआई की मिली टिप सही निकली और कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव अपनी सही जगह पर पहुंच गई.