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CRICKET; बदले हुए एम एस धोनी

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भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम इतिहास में एम एस धोनी याने महेंद्र सिंह धोनी या माही का अलग ही स्थान है। भारतीय क्रिकेट टीम के वे इकलौते कप्तान रहे है जो विकेटकीपर हुआ करते थे। भारतीय क्रिकेट टीम को टी ट्वेंटी वर्ल्ड कप के साथ साथ वन डे वर्ल्ड में जीत दिलाने वाले माही इकलौते कप्तान है। रिकॉर्ड के बजाय देश के लिए माही ने जोखिम मोल लिया सफल हुए  इस देश में स्थापित क्रिकेट खिलाड़ियों को एक अभयदान मिलता है कि अगर वे 90 मैच खेल चुके हो तो उन्हें धकिया कर 100 मैच खिला ही दिया जाता है।

धोनी इस अभयदान से दूर रहे और 90 टेस्ट और 98 टी ट्वेंटी मैच खेल कर अलग हो गए। उनके हिस्से में 350 वन डे मैच भी है जिसे वे चाहते तो 400 तक खींच सकते थे। टेस्ट में विकेट के पीछे 294शिकार (258कैच, 34स्टंपिंग )के रिकॉर्ड को 300 तक ले जा सकते थे लेकिन ऐसा नहीं किया।अधिकांश लोग मानते है कि माही क्रिकेट के रेंचो(थ्री इडियट्स) है, कब क्या कर चौका दे,इसका अंदाजा लगाना कठिन है।
माही, सक्रिय क्रिकेट के राष्ट्रीय फॉर्मेट ( टेस्ट, वन डे और टी ट्वेंटी)से बाहर हो चुके है।प्रथम श्रेणी के रणजी ट्रॉफी में भी नहीं खेलते है लेकिन आई पी एल में चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा बने हुए है। इस साल खेलेंगे तो 43वर्ष की उम्र में आईपीएल खेलने सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी रहेंगे।
विकेट के पीछे उनकी फुर्ती अभी भी  उतनी अच्छी है कि बीस ओवर कीपिंग कर सकते है और फिनिशिंग ओवर में काम के रन बना सकते है।इस व्यक्तित्व के अलावा अगर क्रिकेट प्रेमी सहित पर्सनालिटी देखने वाले गौर किए हो तो ये जरूर देख रहे होंगे कि माही की हेयर स्टाइल पिछले तीन साल में बदलते जा रही है।ये स्टाइल प्राकृतिक नहीं है और आर्टिफीशियल है समझ में आ रहा है।
माही का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आगमन हुआ था तब वे लंबे बाल रखा करते थे।हेलमेट के बाहर उनके लंबे बाल आकर्षक दिखा करते थे। पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने उन्हें बाल न कटवाने की सलाह भी दी थी लेकिन अपने धुन के  पक्के माही ने सही समय पर बाल कटवा कर नए लुक में आ गए।
2011में माही ने वर्ल्ड कप के दौरान छोटे बालों में दिखे।कप  जीता तो सर मुड़ा लिया। कहा जाता है कि माही ने किसी देवी के मंदिर में मन्नत मांगी थी ।अगले दस साल कभी पकी हुई दाढ़ी के साथ दिखे  तो कभी बाल डाई किए हुए।  चालीस साल की उम्र तक पहुंचते पहुंचते माही के सर में
बाल कम होते जा रहे थे।पिछले साल नकली लंबे बालों के साथ माही अवतरित हुए।उम्र के हिसाब से उनकी नए नकली बाल उनके चेहरे के हिसाब से एडजस्ट नहीं हुआ।इस साल भी वे जरूरत से ज्यादा बाल वाला विग लगाकर आए है। ये रंग रूप उनके विज्ञापन के लिए भले ही अनिवार्य हो लेकिन उनके व्यक्तित्व से बेमेल है। हेलमेट के पीछे छिपे बालों का नकलीपन माही के व्यक्तित्व से मेल नहीं खा रहे है। जिस उम्र में बाल कम हो रहे हो उस उम्र में अचानक बाल का अप्रत्याशित ग्रोथ बताता है कि असल जिंदगी में बड़े नाम वालों को कितनी कृत्रिमता ओढ़ना पड़ता ह

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