AIIMS;टीकाकरण अभियान और सर्विलांस में स्वास्थ्य संस्थानों की अहम भूमिका
रायपुर, वैक्सीन की मदद से बच्चों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों को रोकने और सर्विलांस की मदद से रोग के कारणों की पहचान करने के उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थान सर्विलांस कार्यक्रम की मदद से प्रदेश के अंदर बीमारियों को रोकने और वैक्सीन की मदद से रोगों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कार्यपालक निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त) ने कहा कि हैल्थ सर्विलांस और इंटेलीजेंस की मदद से टीकाकरण अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। उन्होंने पोलियो और स्माल पाक्स को रोकने में टीकाकरण की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में विभिन्न प्रकार के रोगों की सर्विलांस का सबसे बड़ा कार्यक्रम चलाया जाता है जिससे बड़ी संख्या में डेटा प्राप्त होता है। इसका नई तकनीक के साथ विश्लेषण कर रोगों की रोकथाम और अनुसंधान में अनुप्रयोग किया जा सकता है।
उन्होंने कुपोषण और भुखमरी को बड़ी चुनौती बताते हुए कहा कि इसका मुकाबला करने के लिए एम्स के बाल रोग विभाग और राज्य सरकार न्यूट्रीशनल रिहेब्लीटेशन सेंटर बना रही है। जिससे बच्चों में कुपोषण की रोकथाम हो सकेगी।
आयोजन सचिव प्रो. अनिल गोयल ने बताया कि कार्यशाला के माध्यम से विभिन्न प्रकार के टीकाकरण अभियान और सर्विलांस, पोलियो की स्थिति, विभिन्न प्रकार के रोगों की रिपोर्टिंग करना और स्वास्थ्य संस्थानों का टीकाकरण अभियान और रोगों की रोकथाम में हिस्सेदारी को लेकर विभिन्न विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया। इसका आयोजन स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ और एम्स के बाल रोग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता (शैक्षणिक) प्रो. आलोक अग्रवाल, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. रेनू राजगुरु, डॉ. नितिन पाटिल, डब्ल्यूएचओ और प्रो. निर्मल वर्मा, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज भी उपस्थित थे। कार्यशाला का आयोजन एसपीएच के डॉ. नितिन अग्रवाल, डॉ. शक्थि दास और डॉ. संजीव मेश्राम ने संयुक्त रूप से किया।