FOOD; वापसी के लिए खोला मोर्चा,नित नए अफवाह फैलाने की बनाई रणनीति,कामकाज प्रभावित
रायपुर, पूर्व खाद्यमंत्री के यहां आयकर छापे के साथ जिला फूड ऑफिस से कंट्रोलर पद से कनिष्ठ अफसर को हटाकर नए ऑफिसर की तैनाती के साथ ही नित नए अफवाह से दफ्तर का माहौल गरम हो गया है। इससे कार्य भी प्रभावित हो रहा है। जनकारों का दावा है कि पुराने पद पर वापसी के लिए अफसर ने मोर्चा ही खोल लिया है।
बता दें खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल द्वारा विभाग की समीक्षा बैठक में सीनियर ऑफिसर के रहते जूनियर ऑफिसर के द्वारा फूड कंट्रोलर पद पर काम करने पर आपत्ति करते हुए डायरेक्टर फूड को तत्काल जूनियर अफसर को हटा कर सीनियर अफसर की पोस्टिंग करने के निर्देश दिए थे। डायरेक्टर फूड ने जूनियर अफसर को हटा कर सीनियर अफसर को चार्ज देने संबंधी आदेश जारी कर दिया गया। ज्ञात रहे रायपुर में फूड कंट्रोलर का पोस्ट प्रमोशन न होने के कारण सालो से खाली पड़ा है। कांग्रेस शासन काल में केवल जोडतोड के जरिए जूनियर अफसर को बैठा कर काम चलाया जा रहा था।
इस आदेश के बाद रायपुर में वापस आने के लिए अफसर ने मुख्यमंत्री और खाद्य मंत्री के यहां सक्रिय दलालों के माध्यम से ऑफर दिया। जिसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचने पर दलाल को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। खबर है कि पूर्व खाद्य मंत्री के ओएसडी को नियमित रूप से अवैध राशि देने वालो की सूची में रायपुर के एक अफसर का नाम इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को मिला है जिसकी जांच भी तय मानी जा रही है।
जिले के कारोबारियों ने कलेक्टर रायपुर से मिलकर पुराने अफसर द्वारा शासकीय कार्य कराने के एवज में अवैध राशि की मांग किए जाने की शिकायत की है। बताया जाता है कि पुराने अफसर द्वारा नगर निगम रायपुर क्षेत्र की निलंबित राशन दुकानों के लाखो रूपये के चांवल घोटाले के एवज में भारी भरकम राशि लेने की जानकारी रायपुर पश्चिम के विधायक पूर्व मंत्री राजेश मूणत द्वारा विधान सभा में दी है। शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल तक उनके क्षेत्र में नए राशन दुकान बाटने के बदले लाखो रुपए लेने की शिकायत होने पर नए राशन दुकान के बटवारे को नए फूड अफसर ने रोक दिया है।