CRICKET; भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड में रचा इतिहास

भारतीय पुरुषों की क्रिकेट टीम को इंग्लैंड में किसी भी प्रकार के क्रिकेट फॉर्मेट में जीतना बड़ा कठिन रहा है। उंगली में गिनने वाले कप्तान है। अजीत वाडेकर कपिल देव और राहुल द्रविड़ ही इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत पाए है। वनडे का वर्ल्ड कप कपिलदेव ने यही उठाया था। इस बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपने साथियों के साथ पहली बार इंग्लैंड की महिला टीम को टी ट्वेंटी और वनडे की सीरीज में हराकर इतिहास रच दिया है।
पांच टी ट्वेंटी और तीन वनडे खेलने गई भारतीय टीम में उनकी स्टार बॉलर रेणुका सिंह चोटिल होने के कारण नहीं गईं थीं। भारतीय टीम में क्रांति गौड को चयनित किया गया था। भारतीय महिला क्रिकेट टीम एक टीम के रूप में खेली। जब भी महत्वपूर्ण पारी खेलने की बारी आई तो स्मृति मांधना,शैफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, जेमिमाह रॉड्रिक्स, अमनजोत, ऋचा घोष, और सबसे महत्वपूर्ण मैच में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शतकीय पारी खेलकर भारतीय टीम को जीत के शिखर पर खड़ा कर दिया।
टी ट्वेंटी सीरीज में भारत चौथे मैच में ही 3-1 की बढ़त लेकर सीरीज अपने नाम कर लिया था। टी ट्वेंटी में स्मृति मांधना ने शतक लगाकर क्रिकेट की तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाली दूसरी खिलाड़ी बनी। ये रिकॉर्ड केवल हरमनप्रीत कौर के ही पास था।
तीन वनडे की सीरीज में भारत ने इंग्लैंड के 258रन के जवाब में दीप्ति शर्मा के नाबाद 62रन की मदद से 262रन बनाकर चार विकेट से जीत दर्ज किया। दूसरा वनडे बरसात के कारण प्रभावित हुआ और इंग्लैंड की टीम डकवर्थ लुईस के नियम के चलते आठ विकेट से जीत हासिल कर बराबरी पर आ गई।
तीसरे और अंतिम वन डे में भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बहुत दिनों बाद अपने बल्ले का जौहर दिखाया। 102रन की पारी के साथ जेमिमाह रॉड्रिक्स 50,स्मृति मांधना और हरमन देओल ने 45- 45रन की उपयोगी पारी खेल कर 318/5 का बड़ा स्कोर बनाया।जवाब में इंग्लैंड दो विकेट जल्दी खोने के बाद कप्तान शिवर(98)और डंकले(83) के बीच शतकीय भागेदारी के चलते मैच में वापस तो आए लेकिन रन औसत के दबाव के चलते सम्हल नहीं पाई। तेज बॉलर दीप्ति गौड ने 6विकेट लेकर भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर को कपिलदेव, के समकक्ष खड़ा कर दिया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम 1999से वनडे और 2008से टी ट्वेंटी सीरीज खेलने इंग्लैंड जा रही है। नौ वनडे और छह टी ट्वेंटी सीरीज में पहली पहली जीत के लिए हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम बधाई की हकदार है। अमोल मजूमदार के कोच बनने के बाद महिला क्रिकेट टीम के एटिट्यूड में बहुत फर्क आया है। अगले एक साल में वनडे और टी ट्वेंटी का विश्व कप सामने है।ये जीत निश्चित रूप से च्यवनप्राश साबित होगा।
स्तंभकार- संजयदुबे