FESTIVAL;नुवाखाई त्यौहार पर शासकीय अवकाश, कोलता समाज ने मुख्यमंत्री साय का आभार माना

रायपुर, सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा महाअष्टमी स्थानीय अवकाश को परिवर्तित कर “नुवाखाई”(ऋषि पंचमी) 28.अगस्त 2025 को स्थानीय अवकाश की घोषणा की गई है। इसके लिए छत्तीसगढ़ कोलता समाज ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया है।
छत्तीसगढ़ में कोलता समाज के लोग दुर्ग, रायपुर, महासमुंद, सारंगढ़, जशपुर, बिलासपुर, कोरबा, अम्बिकापुर, बलरामपुर, कोरिया जिलों में मुख्यतः निवास करते हैं। जिनका मुख्य पेशा खेती-किसानी है। नुआखाई भाद्रपद शुक्ल पंचमी के दिन मनाया जाता है। ‘नुआखाई’ का शाब्दिक अर्थ है ‘नया खाना । खेतों में खड़ी नई फसल के स्वागत में यह मुख्य रूप से उडीसा और छत्तीसगढ़ के किसानों और खेतिहर श्रमिकों द्वारा मनाया जाने वाला पारम्परिक त्यौहार है, लेकिन कोलता समाज के सभी वर्ग इसे उत्साह के साथ मनाते हैं।
लोग ‘नुआखाई जुहार’ और ‘भेंटघाट’ के लिए एक-दूसरे के घर आते-जाते हैं। इस अवसर पर मां रामचंडी की पूजा अर्चना कर परिवार के लोग एक साथ अपने बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर नया चावल अन्न को प्रसाद स्वरूप ग्रहण करते हैं। यह कृषि संस्कृति और ऋषि संस्कृति पर आधारित त्यौहार है, जो अनादि काल से कोलता बंधु इस त्योहार को मनाते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री
विष्णु देव साय से विभिन्न माध्यमों से छत्तीसगढ़ निवासी कोलता बंधुओं द्वारा नुआखाई त्योहार को शासकीय अवकाश घोषित करने की मांग की जा रही थी। मुख्यमंत्री द्वारा ऋषि पंचमी दिवस को “नुवाखाई “स्थानीय अवकाश घोषित की गई है जिसके लिए छत्तीसगढ़ कोलता समाज के प्रांतीय अध्यक्ष लोचन प्रसाद सा द्वारा प्रदेश भर के सभी कोलता बंधुओं की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया है।
छत्तीसगढ़कोलता समाज, रायगढ़ के जिला अध्यक्ष ललित साहा एवं समाज के युवा प्रकोष्ठ के प्रांतीय अध्यक्ष विलिस गुप्ता ने भी एक सन्युक्त बयान जारी कर समाज के मुख्य त्योहार नुवाखाई पर्व पर स्थानीय अवकाश घोषित करने पर कोलता समाज की ओर से मुख्यमंत्री श्री साय का आभार प्रकट किया है, एवं नुवाखाई त्यौहार की शुभकामनाएँ दी है। एक पृथक विज्ञप्ति में कोलता समाज रायपुर के वरिष्ठ नेता पूर्व पदाधिकारी सर्वश्री डा रछपाल गुप्ता, ललित प्रधान, डा रोहित प्रधान ने नुवाखाई पर्व पर अवकाश घोषित करने पर मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया है।