TIGER; बारनवापारा अभ्यारण्य में बाघ का दिखा खौफ, सात गांवों में कलेक्टर ने लागू की धारा 144
रायपुर, अब तक आपने किसी आपात स्थिति घोषित होने या फिर चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता लागू करने पर ही किसी स्थान पर धारा 144 लागू होने की बात सुनी होगी. लेकिन, छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में एक रोचक और गंभीर मामला सामने आया है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए इन दिनों पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ ही धारा 144 लागू है. फिर भी बलौदा बाजार के बारनवापारा अभ्यारण्य में बाघ के घूमने के कारण अभ्यारण्य से लगे सात गांवों में अलग से धारा 144 लागू किए जाने का आदेश जारी किया गया है. हालांकि, जिस बाघ के कारण कलेक्टर ने धारा 144 लगाने का आदेश जारी किया है, उसको लेकर पिछले एक माह से वन विभाग के आला अधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं और उसे अपनाने तक को तैयार नहीं है.
छत्तीसगढ के बलौदाबाजार जिला स्थित बारनवापारा जंगल में सालों बाद अचानक बाघ दिखा. बाघ की सुरक्षा को लेकर वन विभाग सहित प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया. जिला कलेक्टर केएल चौहान ने मंगलवार को बारनवापारा अभयारण के आसपास के 7 गांवों में धारा 144 लागू कर दी है. इनमें रवान, मोहदा, कौआबाहरा, मुरुमडीह, छतालडबरा, गजराडीह व दलदली शामिल हैं. इन गांवों में ध्वनि विस्तारक यंत्र पर भी रोक है.
बता दें कि बलौदा बाजार के बारनवापारा अभ्यारण्य में 7 मार्च से एक बाघ को देखने की खबर आई. इसको लेकर वन विभाग के आला अधिकारी असमंजस की स्थिति में हैं. पिछले दिनों जब बार नवापारा अभ्यारण्य में बाघ का वहां घूमने गए पर्यटकों ने वीडियो बनाकर वायरल किया तो वन विभाग के अधिकारी वीडियो की पुष्टि तक नहीं कर सके. हालांकि बाद में बारनवापारा अभ्यारण्य में घूम रहे बाघ को लेकर विभाग ने पुष्टि की, लेकिन उसकी सुरक्षा को लेकर विभाग के अधिकारी लापरवाह नजर आए. बारनवापारा अभ्यारण्य में बाघ के घूमने के बीच ही शिकारी के भी घूमने की बात निकलकर सामने आई है.
बाघ को ट्रेक करने 3 टीमें गठित: वन मण्डल बलौदाबाजार, वन मण्डल महासमुन्द, वन विकास निगम ने 3 ट्रेकिंग टीम गठित की है. जो नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी रायपुर और वसुंधरा सोसाइटी फार कंजर्वेशन ऑफ नेचर के सहयोग से लगातार ट्रेकिंग कर रही है. वहीं, वन विभाग लगातार ग्रामीणों को जंगल में ना जाने के लिए सचेत कर रहा है. साथ ही वन विभाग रात में पेट्रोलिंग भी कर रहा है.