चुनाव के समय टमाटर की राह पर चला प्याज; छत्तीसगढ़ में इस कीमत पर हो रही है बिक्री
रायपुर, थोक व चिल्लर बाजार में प्याज के दाम आसमान छूने लगा है। चिल्लर बाजार में प्रति किलो 60 रुपये बिक रहा है, जबकि थोक बाजार में 55 रुपये तक दाम है। प्याज के बढ़ने के साथ उठाव भी कम हो चुका है। वहीं सब्जी बाजार में टमाटर भी अब फिर से लाल हो रही है। 40 रुपये किलो पहुंच चुका है, इससे गृहणियों का बजट बिगड़ गया है। शहर के बाजारों में 29 अक्टूबर को प्याज चिल्लर में 60 रुपये किलो बिक रहा था।
वहीं किराना दुकानों में भी इतना ही दाम बना हुआ है। थोक सब्जी मंडी में अच्छी किस्म के प्याज 55 रुपये किलो बिका। सप्ताहभर से अचानक प्याज के दाम एक बार फिर बढ़ने से गृहणियों का बजट बिगड़ चुका है। दाम अधिक होने से कई लोगों ने प्याज खरीदना ही अब बंद कर दिया है या फिर मात्रा घटा दिया है। यही वजह है कि प्याज का उठाव भी अब बाजार में कम हो चुका है। कई चिल्लर व्यवसायियों ने तो मांग कम होने और दाम अधिक होने के कारण थोक बाजार से खरीदना कम कर दिया है।
थोक सब्जी व्यवसायी बताते है कि प्याज के दाम इन दिनों काफी बढ़ गया है। प्याज की आवक भी कम है। दाम बढ़ने की वजह से उठाव भी कम हो चुका है। दाम बढ़ने का कारण महाराष्ट्र में प्याज की नई फसल आने में अभी करीब पखवाड़ेभर का समय है, इसे भी एक कारण बताया जा रहा है। इसके अलावा कुछ व्यापारिक कारण भी है। प्याज के दाम भविष्य में और बढ़ने की आशंका है।
प्याज के दाम बढ़ने की वजह से शहर के होटल, ढाबों और घरों में उपयोग तो हैं, लेकिन मात्रा घटा दिए है। टमाटर 20 से बढ़कर अब 40 रुपये किलो बिक रहा। चिल्लर बाजार में चार से पांच दिन पहले टमाटर 20 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, लेकिन 29 अक्टूबर को टमाटर सब्जी बाजार में 35 से 40 रुपये किलो तक बिका। इसका कारण टमाटर के आवक में कमी होना बताया गया है।
टमाटर की लोकल आवक पहले की अपेक्षा अब कम हो गई है। थोक बाजार सिर्फ बाहरी आवक पर टिकी हुई है, ऐसे में टमाटर के दाम एक बार फिर से उछलने लगा है। इसी तरह अन्य हरी सब्जियों के दाम में पहले की अपेक्षा उछाल है।