दाखिला; इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस बार कोटा सिस्टम खत्म, पहले छग के छात्रों से भरी जाएंगी सीटें
रायपुर, राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए इस बार कोई कोटा नहीं होगा। यह सिस्टम खत्म कर दिया गया है। इंजीनियरिंग में पहले छत्तीसगढ़ के छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। सीटें खाली रही तो फिर दूसरे राज्य के छात्र प्रवेश ले सकेंगे।
प्रवेश के नए नियम
- पहले छत्तीसगढ़ के छात्रों से भरी जाएंगी सीटें।
- खाली सीटें रहने पर दूसरे राज्य के छात्र ले सकेंगे सरकारी कॉलेजों में भी एडमिशन।
- पीईटी में जीरो नंबर पाने वाले छात्र भी लें सकेंगे एडमिशन। पहले 10 % जरूरी था।
पहले निजी कॉलेजों में दूसरे राज्य के छात्रों के लिए 10 फीसदी सीटों का कोटा था। सिर्फ इंजीनियरिंग ही नहीं, इसी सिस्टम से पॉलीटेक्निक, एमसीए, फार्मेसी जैसे तकनीकी कोर्स में इस बार प्रवेश दिए जाएंगे। शिक्षा सत्र 2023-24 में एडमिशन को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। नए नियम से प्रवेश दिए जाएंगे। पिछली बार राज्य में इंजीनियरिंग समेत अन्य तकनीकी कोर्स में प्रवेश को लेकर स्थिति अच्छी नहीं थी।
पीईटी के नतीजे अगले सप्ताह, काउंसिलिंग 15 अगस्त से पहले
राज्य में 33 इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। यहां ग्यारह हजार से अधिक सीटें हैं। इनमें प्रवेश के लिए पिछले दिनों व्यापमं से प्री इंजीनियरिंग टेस्ट यानी पीईटी आयोजित की गई। इसके नतीजे अगले हफ्ते जारी होंगे। जबकि काउंसिलिंग 15 अगस्त से पहले शुरू होने की संभावना है।
अफसरों ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए पहले पीईटी के आधार पर छत्तीसगढ़ के छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद खाली सीटों में जेईई मेन देने वाले छत्तीसगढ़ के छात्रों को प्रवेश का अवसर मिलेगा। फिर पीईटी देने वाले दूसरे राज्य के छात्रों का प्रवेश होगा। आखिर में खाली सीटों में दूसरे राज्य के वैसे छात्रों का एडमिशन होगा, जिन्होंने जेईई मेन दिया है।
ज्यादा सीटों में प्रवेश संभव
नए नियम से ज्यादा सीटों में प्रवेश की संभावना है। पहले दूसरे राज्य के छात्रों के लिए सिर्फ निजी कॉलेजों में ही 10% कोटा था। सीटें खाली रहने पर भी कॉलेज इससे अधिक दूसरे राज्य के छात्रों को प्रवेश नहीं दे सकते थे, अब छात्र भी पात्र हैं तो उन्हें कॉलेज प्रवेश दे सकेंगे।