विधानसभा चुनाव; पहले चरण की 20 सीटों पर 227 प्रत्याशियों ने भरा पर्चा, दूसरे चरण के लिए 21 से शुरु होगा नामांकन
0 सात नवंबर को होगा पहले चरण का मतदान, दूसरे चरण की तारीख बदलने को भेजा प्रस्ताव
रायपुर , विधानसभा चुनाव 2023 के पहले प्रदेश में पहले चरण की 20 विधानसभा सीटों पर 227 अभ्यर्थियों ने पर्चा दाखिल कर दिया है। इसी के साथ पहले चरण के मतदान के लिए प्रत्याशियों के नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर को खत्म हो चुकी है। वहीं दूसरे चरण की 70 सीटों के लिए नामांकन की अधिसूचना शनिवार को जारी होगी। इसी के साथ नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी जो कि 30 अक्टूबर तक चलेगी। दूसरे चरण के मतदान की तारीख 17 नवंबर को है जिसे बदलने की मांग उठने के बाद मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने केंद्रीय चुनाव आयोग को तारीख बदलने का प्रस्ताव भेजा है।
निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के साथ अन्य दलों ने चुनाव के लिए नामांकन जमा कराया है। निर्वाचन कार्यालय ने ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का रेडमाइजेशन भी पूरा कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि राजनीतिक दलों की मौजूदगी में ईवीएम मशीनों को चुनावी प्रक्रिया के लिए रवाना कर दिया गया है। साथ ही मतदाताओं की संख्या भी अब फ्रीज हो चुकी है।
पहले चरण के मतदान के लिए विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का समय भी अलग-अलग रखा गया है। दो निर्धारित शेड्यूल में मतदान होगा। सुबह आठ से शाम पांच बजे व नक्सल प्रभावित संवेदनशील आठ विधानसभा क्षेत्र मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर व बस्तर में सुबह सात बजे से अपराह्न तीन बजे तक ही मतदान होगा।
प्रथम चरण में यहां होगा मतदान
पहले चरण में बस्तर संभाग की 12 और दुर्ग संभाग की आठ सीटों पर मुकाबला होगा। इन सीटों में कोंटा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, केशकाल,कांकेर, भानुप्रतापपुर, अंतागढ़, मोहला- मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान होगा।
पहले चरण में 48.78 लाख मतदाता
प्रदेश में जिन 20 सीटों पर पहले चरण का मतदान होगा, वहां 48 लाख 78 हजार 681 मतदाता हैं। इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 20 लाख 84 हजार 467 व पुरुष मतदाताओं की संख्या 19 लाख 93 हजार 937 व तृतीय लिंग के मतदाताओं की संख्या 69 हैं। पहले चरण में बस्तर संभाग की 12 सीटों पर कई नक्सली प्रभावित क्षेत्रों में भी पुरुषों के मुकाबले महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।
दूसरे चरण के मतदान की बढ़ सकती है तारीख
17 नवंबर को मतदान की तारीख बदलने के लिए निर्वाचन कार्यालय को प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर कार्यालय ने केंद्रीय चुनाव आयोग को फाइल आगे बढ़ा दी है। अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में राजनीतिक पार्टियों और सामाजिक संगठनों ने 17 नवंबर के मतदान की तारीख बदलने की मांग की है। पार्टियों का कहना है कि छठ पर्व की वजह से दूसरे चरण का मतदान प्रभावित हो सकता है। कांग्रेस व भाजपा दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टी मतदान की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर चुके हैं। मतदान की तारीख बढ़ सकती है।