हाई कोर्ट ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी को लताड़ा, जस्टिस आर्या ने कहा- सब मिलकर देश को खोखला कर रहे हो
ग्वालियर, एजेंसी, जब ट्रक को 5 नवंबर को पकड़ लिया था तो इसकी सूचना 7 नवंबर को क्यों दी भिंड को? और भिंड वाले आपके भी चाचा हैं जो सूचना मिलने के बाद आज 9 नवंबर को कार्रवाई करने बैठे हैं। आप भी नकली दूध, मावा बनाने वालों से मिले हुए हो क्या? ग्वालियर और भिंड के यह दोनों अधिकारी बेइमान और भ्रष्ट हैं। नकली दूध और मावा बनाने वालों से इनकी साठगांठ है, यह सभी मिलकर देश को खोखला कर रहे हैं। यह टिप्पणी मिलावट के मामले में अवमानना के केस में सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की युगल पीठ के जस्टिस रोहित आर्या ने ग्वालियर और भिंड के खाद्य सुरक्षा अधिकारी को लताड़ लगाते हुए की।
जस्टिस ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि तुम लोगों को धेले भर की तमीज नहीं है और अफसर बने बैठे हो, तुम्हें सभी को चपरासी होना चाहिए था। हाईकोर्ट ने इस मामले में ग्वालियर, श्योपुर, भिंड और मुरैना के द्वारा जमा की गई रिपोर्ट पर काफी असंतोष जताया। साथ ही इस मामले में गंभीरता से काम करने की बात कही। हाईकोर्ट ने चीफ सेकेट्री को जिलास्तर पर सुविधाएं मुहैया करवाने के निर्देश दिए हैं जिससे कार्रवाई अच्छे से हो सके।
पोस्टिंग अलग-अलग करवाओ
जस्टिस रोहित आर्या ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह सभी अधिकारी आपस में मिले हुए हैं। इनको अलग-अलग करो, ऐसे काम नहीं चलेगा। एक को मंडला भेजो दूसरे को सिंगरौली। कलेक्टर को बुलाओ और बताओ कि क्या स्थिति है उनके अधिकारियों की। कोर्ट ने गंभीर चिंता जताते हुए अधिकारियों की पोस्टिंग बदलने की बात कही।
कट लेते होंगे, इन्हें जब्ती बनाना नहीं आता
कोर्ट ने दूध और मावा की जब्ती के बारे में पूछते हुए कहा कि जो ट्रक पकड़े हैं उस मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई है? क्या आपने जब्ती की है? इस पर अधिकारी ने जवाब में कहा कि सर सैंपल ले लिए थे, लेकिन जब्त नहीं किया है। कोर्ट ने फटकारते हुए कहा कि पूरी बेइमानों की जमात है, शाम को जाकर वहां बैठते होंगे और उनके कट लेते होंगे। यह अधिकारी हैं जिन्हें जब्ती करना ही नहीं आता।