राजनीति

कर्नाटक में कांग्रेस को दिलाई विजय, अब मध्य प्रदेश में भी जीत दिलाने का जिम्मा संभालेंगे सुनील कानुगोलू

नई दिल्ली, एजेंसी, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। पार्टी ने विधानसभा की 224 सीटों में से 136 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि, बीजेपी बुरी तरह से हार गई। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के कर्नाटक चुनाव की रणनीति सुनील कानुगोलू ने तैयार की थी। वहीं, कर्नाटक मे ऐतेहासिक जीत के बाद सुनील को मध्य प्रदेश में इसी तरह के परिणाम लाने का काम सौंपा गया है। वह अब एमपी में कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए मजबूत रणनीतियां तैयार करेंगे।

एमपी चुनावों के लिए रणनीति तैयार करेंगे सुनील

कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस ने अब कानूनगोलू को मध्य प्रदेश के लिए काम सौंपा है। साल 2018 के विधानसभा चुनावों में जीत के बाद भी पार्टी ने 2020 में राहुल गांधी के करीबी विश्वासपात्र ज्योतिदारित्य सिंधिया द्वारा बगावत के बाद सत्ता खो दी थी।मध्य प्रदेश में चुनाव कुछ ही महीने दूर हैं और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह दोनों ही अथक परिश्रम कर रहे हैं। वहीं, कानुगोलू को केंद्र राज्य में शिवराज सिंह चौहान सरकार को घेरने के लिए कर्नाटक जैसा लक्षित अभियान तैयार करने के लिए कहा गया है।

बीजेपी की कमजोरी का फायदा उठाएंगे सुनील

पार्टी के दिग्गज नेता जेपी अग्रवाल, कमल नाथ और दिग्विजय सिंह दोनों मध्य प्रदेश के चुनावों में जीत हासिल करने के लिए जमीनी स्तर के मुद्दों पर काम कर रहे हैं। पार्टी नेताओं के मुताबिक दिग्विजय सिंह विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी का किला संभालते रहे हैं, जबकि कमलनाथ जिलेवार पार्टी को मजबूत करते रहे हैं। पार्टी नेता ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान सरकार कई गुटों के कारण आंतरिक लड़ाई से जूझ रही है, इसलिए ही सुनील कानुगोलू को इसका मुकाबला करने का काम सौंपा गया है।

कानुगोलू के नेतृत्व में एमपी में जीतेगी कांग्रेस

कानून-व्यवस्था, सरकारी योजनाओं की विफलता और भ्रष्टाचार के आरोपों पर राज्य में भाजपा सरकार की विफलता की पहचान करने का काम भी कानुगोलू को सौंपा गया है। पार्टी सूत्र ने कहा कि कानुगोलू की पिछली सफलताओं के साथ कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रचार और सर्वेक्षणों के लिए उनके मार्गदर्शन में कांग्रेस एक बार फिर से मध्य प्रदेश में जीत का स्वाद चखेगी।

पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे सुनील

कानुगोलू को पिछले साल मई में कांग्रेस में लाया गया था और तब से उन्होंने पार्टी के लिए एक रणनीतिकार के रूप में काम किया है। सुनील ने कर्नाटक में सर्वेक्षण तैयार करने, चुनाव प्रचार करने, उम्मीदवारों का फैसला करने और जीत की रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई है, इसलिए राज्य में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है।

हर सीट के लिए की थी रणनीति तैयार

कानुगोलू ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा में भी अहम रोल निभाया था। यात्रा पिछले साल 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू की गई थी। पार्टी नेताओं के मुताबिक, ज्यादातर पर्दे के पीछे रहने वाले कानुगोलू ने दक्षिणी राज्य की प्रत्येक विधानसभा सीट के लिए रणनीति तैयार की थी।

कांग्रेस के चाणक्य बने सुनील

सुनील रणनीति भाजपा और जद (एस) को घेरने की थी ताकि कर्नाटक का मुकाबला त्रिकोणीय न हो जाए और यह पार्टी के पक्ष में काम करे। पार्टी नेताओं के अनुसार, कानुगोलू भाजपा के खिलाफ कांग्रेस के अभियानों जैसे रेट कार्ड जारी करना, पे-सीएम, 40 प्रतिशत कमीशन सरकार और प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा व्यक्तिगत हमलों के लिए मोदी पर निशाना साधने के बाद ‘क्राई पीएम’ अभियान जैसे मुद्दे उन्होंने ही दिए थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button