कला -सहित्य

RAM MANDIR; भगवा-केसरिया रंग में रंगा रामलला का ननिहाल छत्‍तीसगढ़, उमंग-खुशियां, उल्‍लास में डूबे लोग

0 अयोध्‍या की तरह प्रभु श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में उत्सव का वातावरण , 0चंदखुरी स्थित कौशल्या धाम में विशेष डाक टिकट का होगा विमोचन, 0 राम भक्ति में सराबोर दुल्हन की तरह सजाई गई संस्कारधानी जगदलपुर

रायपुर, अयोध्‍या की तरह प्रभु श्रीराम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में रामलला के विग्रह की प्राणप्रतिष्ठा को लेकर उत्सव का वातावरण है। उत्तर में सरगुजा से लेकर दक्षिण के बस्तर तक जगह-जगह भक्ति -भाव से आयोजन किए जा रहे हैं। सोमवार को राजधानी रायपुर समेत छत्‍तीसगढ़ के कई शहरों में कहीं लाखों तो कहीं हजारों दीपक प्रज्जवलित किए जाने की तैयारी है। गली, मोहल्लों से लेकर बाजार-घाट सब के सब भगवा पताकाओं से सुसज्जित हैं। देवालयाें में साफ-सफाई के बाद सोमवार को सुबह रैली-जुलूस के साथ धार्मिक कार्यक्रमों एवं भंडारों का आयोजन शुरु किया जा रहा है।

अयोध्या में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर चंदखुरी स्थित कौशल्या धाम में सोमवार को रामोत्सव का आयोजन किया गया है। संस्कृति और पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य और सांसद सुनील सोनी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेशभर के लोक कलाकार मानस गायन और भक्तिमय सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। पर्यटन विभाग की ओर से आयोजन कराया जा रहा है।

रामोत्सव का शुभारंभ माता कौशल्या धाम परिसर में शाम 5:30 बजे से होगा। इस मौके पर विशेष डाक टिकट का विमोचन भी किया जाएगा। प्रदेश के प्रसिद्ध लोक कलाकार राकेश तिवारी राम वनगमन नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा गोपा सान्याल और उनके साथी राम भजन, अल्का चंद्राकर भजन, जसगीत और लोकगीत के साथ ही मानस मंडलियों की ओर से मानस गायन प्रस्तुत किए जाएंगे।

बस्तर में भी उत्सव का माहौल

अयोध्या धाम में सोमवार को नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में ‘रामलला’ के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में यहां बस्तरांचल में भी लोगों में जबरदस्‍त उत्साह है। कई दिन पहले से ही बस्तर के लोग रामभक्ति में डूबकर गोता लगा रहे हैं। मदिरों में धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत की जा रही है। धार्मिक रैलियां निकाली जा रही हैं। घरों से लेकर मंदिरों तक में साफ-सफाई का काम चल रहा है मानों दीवाली का अवसर हो। राम भक्ति में सराबोर बस्तर की संस्कारधानी जगदलपुर दुल्हन की तरह सजाई गई है। शहर के साथ ही गांवों में भी उमंग का वातावरण है। शहर से लेकर गांव तक धार्मिक स्थलों को सजाया गया है। भगवा रंग के स्वागत द्वारों से शहर की सड़कें रंगी हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button