PADDY;धान जाम कई उपार्जन केंद्रों में खरीदी बंद, किसान टोकन के लिए भटक रहे
0 राज्य में अब तक 82.44 लाख मी. टन धान की खरीदी, 37 लाख मी. टन धान पडा है फडों में ,48.23 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव
रायपुर, प्रदेश में धान खरीदी चरम पर है। रोजाना दो लाख मी. टन धान की आवक हो रही है। फडों में अब धान रखने जगह नहीं है। उठाव की धीमी गति के कारण कई उपार्जन केंद्रों में खरीदी रोक दी गई है। किसान धान बेचने के लिए दर दर भटक रहे है। मंत्री की सख्त हिदायत के बावजूद धान का उठाव तेज नही हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा अब तक किसानों से 82.44 लाख मीट्रिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा चुकी है। धान के एवज में किसानों को 17,773 करोड़ रूपए से अधिक राशि का भुगतान किया गया है।
राज्य शासन के निर्देशानुसार प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान विक्रय का लाभ पूर्व में धान बेच चुके किसानों को भी मिलेगा। इसका आशय यह है कि कम धान बेच चुके किसान, शेष मात्रा का धान, उपार्जन केन्द्र में 31 जनवरी तक बेच सकेंगे। इस साल 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर से होने से किसानों को प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान बेचने पर 65,100 रूपए मिलेगा। इस प्रकार देखा जाए तो इस साल धान विक्रय पर किसानों को गत वर्ष की तुलना में 25,500 रूपए का अतिरिक्त लाभ होगा।
मार्कफेड के महाप्रबंधक दिलीप जायसवाल ने बताया कि राज्य में समर्थन मूल्य पर अब तक 16 लाख 67 हजार 790 किसानों से 82 लाख 44 हजार 476 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। इसके एवज में किसानों को 17 हजार 773 करोड़ रूपए से अधिक राशि का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है। धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है। अब तक 68 लाख 55 हजार 366 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है। जिसके विरूद्ध में मिलर्स द्वारा 48 लाख 23 हजार 145 मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है। इस साल राज्य में 130 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी अनुमानित है।