MURDER;बकरी चोरों का आतंक, मालिक की हत्या कर घर से 5 बकरा लेकर भागे चोर, कार में आए थे
बकरा चोर

अंबिकापुर, छत्तीसगढ़ के सरगुजा इलाके के सीतापुर में आधी रात घर में घुसे अज्ञात चोरों ने एक युवक की हत्या कर दी। चोरों ने जलाऊ लकड़ी से युवक पर वार किया। हत्या के बाद हत्यारे घर से पांच नग बकरा चोरी कर साथ में ले गए। संभावना जताई जा रही है कि, चोर आधी रात को बकरा चोरी की नीयत से चार पहिया वाहन से बैठकर मृतक के घर आए हुए थे। चोर जब घर में घुसकर बकरा चोरी कर रहे थे, तभी मृतक से उनका सामना हो गया। जिसके बाद उनके बीच जोरदार झड़प हो गई और चोरों ने घर मे रखे लकड़ी से वार कर दिया, जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार, इस घटना में चार से पांच लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। दरअसल यह पूरी घटना केरजु चौकी के अंतर्गत ग्राम गेरसा टोंगरीपारा की है।बुधवार 7 मई आधी रात को 45 वर्षीय रैदु पंचम नागवंशी के घर बकरा चोरी की नीयत से अज्ञात चोर घुस आए थे। चोरी की घटना को अंजाम देने चोर चार पहिया वाहन से आए हुए थे। उनकी संख्या चार से पांच थी, जिसमें से दो चोर रैदु के घर बकरा चोरी करने घुसे थे। तभी उनका सामना रैदु से हो गया और उनके बीच झड़प हो गई। इस दौरान घर मे सो रहे रैदु के बूढ़े माँ और बाप भी बीच बचाव के लिए आ गए थे। तभी चोरों ने घर मे जलावन के लिए रखे हुए लकड़ी से रैदु के सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस हमले में गंभीर चोट लगने से रैदु की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद सुबह मौके पर पहुँची पुलिस ने मृतक का शव पीएम के लिए हॉस्पिटल भिजवाया। जहाँ पोस्टमार्टम के बाद शव घरवालों को सौंप दिया गया। इस मामले में पुलिस ने धारा 103, 332, 309, 115(2), 351(2)(3)(5) के तहत अपराध दर्ज किया और हत्यारों की तलाश में जुट गई है।
दो दिन पहले भी घर में घुसे थे चोर
इस घटना के दो दिन पहले भी घर में चोरों ने दबिश दी थी। अज्ञात लोगों ने तब आधी रात को रैदु पर अपनी पत्नी को छेड़ने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया था। इस दौरान रैदु हाथ मे टांगी पकड़कर जब बाहर निकला तब वे लोग वहां से भाग खड़े हुए थे। यह बात पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान रैदु के माता-पिता ने बताया। दरअसल रैदु की पत्नी काफी दिनों से ससुराल के बजाए ग्राम गेरसा ढोढ़ीडीपा में अपने मायके में रहने लगी थी। इनके दो बेटे है जो पिता के पास रहते थे पर घटना के दिन वो अपनी माँ के पास चले गए थे। हत्या से दो दिन पहले इसी बात को लेकर आधी रात को अज्ञात लोगों ने रैदु के घर जाकर उसे पत्नी को लेकर धमकाया था। रैदु खेती-किसानी के अलावा बकरी पालन के व्यवसाय से भी जुड़ा हुआ था। उसके घर में हमेशा 40 से 50 की संख्या में बकरियां मौजूद रहती थी।