राजनीति

BJP; भाजपा की सत्ता-संगठन में विस्तार 15 अगस्त के बाद, दिल्ली में सूची पर लगी अंतिम मुहर !

नारायण भोई

रायपुर, छत्तीसगढ की राजनीति में पखवाडे भर बाद बड़ा उठापटक होने की संभावना है। सत्ता- संगठन प्रमुखों के दिल्ली दौरे के बाद यह कयास लगने लगे हैं कि सूची फाइनल हो चुकी है। इस सूची में मंत्रिमंडल विस्तार एवं भाजपा संगठन के विस्तार में राजनीतिक नियुक्तियों से संबंधित नाम शामिल बताए गए है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा की सत्ता-संगठन में तालमेल के लिए नई दिल्ली में गुरुवार को छत्तीसगढ के सांसदों की बैठक हुई। नई दिल्ली के छत्तीसगढ सदन में संपन्न हुई इस बैठक की खास बात यह है कि इसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, सांसद बृजमोहन अग्रवाल समेत भाजपा के सभी सांसद, केंद्रीय मंत्री देवांगन शामिल हुए। इस बैठक में क्षेत्रीय-सामाजिक संतुलन बनाने की कोशिश की गई। इशारों ही इशारों में सबको साधने की कोशिश भी कर ली गई।

मुख्यमंत्री साय ने इसके बाद दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी एवं केंद्रीय मंत्री सी आर पाटिल से भी मुलाकात की। शुक्रवार को श्री साय ने सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके बाद वे गृहमंत्री अमित शाह के अलावा अन्य बड़े नेताओं से भी मिले। संगठन के नेताओं से भी उनकी चर्चा हुई। माना जा रहा है कि इस बैठक में संगठन विस्तार और मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी चर्चा की गई है। सूत्रों के अनुसार राज्य में कैबिनेट विस्तार और संगठन विस्तार 15 अगस्त के बाद हो सकता है। दोनों के एक साथ होने की भी संभावना बनी हुई है।

शुक्रवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय भी दिल्ली में आहूत संगठन की बैठक में शामिल हुए। दिल्ली रवाना होने के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा था कि मैं तो संगठन के काम से जा रहा हूं। संगठन के विषयों को लेकर बैठक है। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों का क्रियान्वयन कैसे होगा? इस पर चर्चा होगी। ऐसा लगता है कि छत्तीसगढ में सत्ता-संगठन के विस्तार में राजनीतिक नियुक्तियों का रास्ता खुल गया है।

बीजेपी के अन्य नेताओं ने भी संगठन और कैबिनेट विस्तार जल्द होने के संकेत दिए हैं। गत दिवस उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी मंत्रिमंडल विस्तार से संबंधित सवाल पर कहा था कि किसी को छटपटाने की जरुरत नहीं है। ऐसे में निकट भविष्य में नई नियुक्तियों की घोषणा हो सकती है। इसके बाद सरकार राज्योत्सव की तैयारियों में जुट जाएगी।

ये है मंत्री की रेस में

अटकलें लगाई जा रही हैं कि कैबिनेट विस्तार में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण को साधा जा सकता है। फिलहाल तीन विधायकों का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर और गजेन्द्र यादव रेस में सबसे आगे हैं। रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा भी रेस में शामिल बताए गए है, जिनके पीछे उडिया लाबी लगी हुई है।

मोर्चों और प्रकोष्ठों में नियुक्ति की कवायद

प्रदेश भाजपा संगठन की नई कार्यकारिणी के ऐलान भी हो सकता है। भाजपा के सात मोर्चों और 30 प्रकोष्ठों में भी मंडल व जिला स्तर पर नए अध्यक्षों की नियुक्ति बाकी है, क्योंकि मौजूदा पदाधिकारियों का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इन इकाइयों में भी बदलाव की मांग उठ रही है और कार्यकर्ता नई नियुक्तियों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वहीं, संगठन महामंत्री और महिला अध्यक्ष को लेकर भी लिस्ट जारी हो सकती है।

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