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SUGAR SCAM; शक्कर घोटाले में विधानसभा को गलत जानकारी दी गई?,विधानसभा अध्यक्ष समेत खाद्य मंत्री से कार्यवाही की मांग

रायपुर, प्रदेश में 115 करोड रुपये के शक्कर घोटाले में खाद्य संचालक का यह कहना भी हास्यास्पद है कि 2021 से 2023 के दौरान शक्कर गायब होने का कोई प्रकरण या शिकायत  प्राप्त नहीं हुई है। अगर गड़बड़ी नहीं थी तो 2847 राशन दुकानों को कारण बताओ नोटिस एवं 1167 राशन दुकानों को राजस्व वसूली की नोटिस क्यों दी गई?
हमर संगवारी के अध्यक्ष राकेश चौबे ने विधान सभा प्रश्न 58 के साथ संलग्न परिशिष्ट अ और ब भी भेजा है। राकेश चौबे ने कहा है कि फूड संचालनालय के प्रभारी संचालक स्पष्ट करे कि कौन सी जानकारी सही है और कौन सी गलत। उन्होंने विधान सभा के अध्यक्ष डा रमन सिंह, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष धर्मलाल कौशिक, जांच समिति के सभापति पुन्नू लाल मोहिले और खाद्य मंत्री सहित खाद्य सचिव को  दस्तावेज भेज कर प्रभारी डायरेक्टर फूड के  विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।

खाद्य विभाग के प्रभारी डायरेक्टर द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया है कि 2021 से 2023 के दौरान 42110 क्विंटल शक्कर गायब  होने संबंधी “फिलहाल”  कोई प्रकरण या शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। यह भी बताया गया कि  सितम्बर 2022 में सत्यापन कराने पर 15280 क्विंटल शक्कर गायब होना पाया गया था। दुकान वालों से 15280 क्विंटल शक्कर में से 87 प्रतिशत याने 13740 क्विंटल शक्कर की वसूली कर ली गई है। प्रभारी खाद्य डायरेक्टर ने यह भी बताया है कि 22 दुकानों के खिलाफ एफआईआर, 166 दुकान निलंबित और 153 दुकान बर्खास्त कर दिया गया है।
उन्होने आरोप लगाया कि उपरोक्त जानकारी, खाद्य संचालनालय के  घोटाले करने वाले अधिकारियों को बचाने के प्रयास के लिए झूठी जानकारी दी गई है। विधान सभा 2024 के बजट सत्र में पूर्व विधान सभा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने तारांकित प्रश्न क्रमांक 58 अंतर्गत खाद्य विभाग द्वारा परिशिष्ट अ और ब में जानकारी दी गई है। प्रपत्र अ में 24.03.2023 की स्थिति में  खाद्यान्न सामग्री के जिलेवार उचित मूल्य दुकान संख्या,राशन सामग्री मात्रा (टन में) और राशि( करोड़ रू) में दी गई है। इसमें भी वास्तविक मात्रा की जानकारी न देकर तकनीकी कारणों में शामिल मात्रा को घटा कर दिया गया है।
इसी तरह प्रदेश के 33 जिलों में  बस्तर के 344, कांकेर के 275, कोंडागांव के 233, कोरबा के 307, सक्ती के 276,बेमेतरा के 167,कवर्धा के 351,खैरागढ़ के 205, बलौदा बाजार  के 227और गरियाबंद के 188 राशन दुकानों में शक्कर गायब मिली है। खाद्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी में 2808.04 टन शक्कर की कमी पाई गई है।  शक्कर का बाजार मूल्य 4000 रूपये क्विंटल है। इस हिसाब से 114.60 करोड़ रुपए होता है।
विधान सभा के प्रश्न क्रमांक 58 में परिशिष्ट ब में 24.03.2023 की स्थिति में  केवल शक्कर की अनियमितता के लिए 2847 राशन दुकानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 231 राशन दुकान निलंबित हुई है और 160 राशन दुकान बर्खास्त किया गया है। 1167 राशन दुकानों को राजस्व वसूली की नोटिस तहसीलदारों से जारी किया गया है। केवल 10 राशन दुकान के विरुद्ध शक्कर की गड़बड़ी के लिए एफआईआर दर्ज कराने की लिखित जानकारी  विधान सभा में दी गई है। इससे साफ है कि विभाग द्वारा या तो विधान सभा में गलत जानकारी दी गई है या अभी गलत जानकारी दी जा रही है।

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