विधानसभा चुनाव; दूरियां बनाने वाले दूर हो गए,सरगुजा में कांग्रेस की टिकट वितरण में सिंहदेव की चली
अंबिकापुर, कांग्रेस के टिकट वितरण में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की सरगुजा संभाग की सीटों पर खूब चली है। पार्टी सूत्रों की मानें सरगुजा संभाग के तीन विधायकों रामानुजगंज के बृहस्पत सिंह, सामरी के चिंतामणि महाराज और मनेंद्रगढ़ डा. विनय जायसवाल का टिकट कटने के पीछे सिंहदेव की प्रमुख भूमिका रही है। दरअसल, ढाई-ढाई साल वाले फार्मूले के दौरान कुछ विधायकों ने सिंहदेव का खुलकर विरोध किया था। उस समय सिंहदेव ने ज्यादा विरोध नहीं किया था, लेकिन जब से उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं, तब से उनका पावर बढ़ा हुआ है।
इसके बाद से ही उनके विरोधियों की धड़कनें तेज हो गई थी। सूत्र बताते हैं कि दिल्ली में हुई केंद्रीय कार्य समिति की बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इन तीनों विधायकों की संगठन से दूरी और वरिष्ठ नेताओं के लिए अपमानजनक व्यवहार करने पर नाराजगी जताई थी।
चार विधायकों की कटी टिकट
कांग्रेस की सूची में सरगुजा संभाग की बची 12 सीटों में से 11 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा हो चुकी है। इसमें कांग्रेस ने चार वर्तमान विधायकों का टिकट काट दिया है। इनमें रामानुजगंज के तेज तर्रार विधायक बृहस्पत सिंह की टिकट काटकर यहां डा. अजय तिर्की को चुनाव मैदान में उतारा है। बृहस्पत सिंह ने टीएस सिंहदेव के भतीजे पर हमला करने और राजपरिवार पर जान से मारने की साजिश करने का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में उन्होंने विधानसभा में सिंहदेव से माफी मांग ली थी।
इन्हें मिला दुबारा मौका
सिंहदेव ने राजपुर में कांग्रेस के सम्मेलन में सार्वजनिक बयान दिया था कि विधानसभा में समझौता नहीं होगा। इसी तरह सामरी विधानसभा सीट से चिंतामणि महाराज और प्रतापपुर के डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने भी टीएस सिंहदेव से दूरी बना ली थी। हालांकि इन दोनों विधायकों ने कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाया। शेष सीटों पर कांग्रेस ने वर्तमान विधायकों पर भरोसा जताया है। लुंड्रा सीट से डा. प्रीतम राम, जशपुर सीट से विनय कुमार भगत और कुनकुरी सीट से डा. यूडी मिंज को कांग्रेस ने फिर से प्रत्याशी बनाया है।
टिकट कटने के बाद मुखर हुए नेता
मनेंद्रगढ़ विधायक डा. विनय जायसवाल ने टिकट कटने पर प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आशीर्वाद हमेशा साथ रहा है। वहीं टीएस सिंहदेव की नाराजगी पर बोले, कि उन पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।