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HEAVY RAIN, ट्रेन-फ्लाइट रद्द, 8 लोगों की मौत, स्कूल-कॉलेज बंद… दुर्गा पूजा के बीच कोलकाता में बारिश ने तोड़ा 37 साल का रिकॉर्ड

कोलकाता, कोलकाता में भारी बारिश के कारण हालात खराब हो गए हैं। मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश ने शहर में तबाही मचा दी है। बारिश के कारण बिजली का करंट लगने से आठ लोगों की जान चली गई। लगभग 37 साल बाद इतनी बारिश हुई है। भारी बारिश होने से हवाई, रेल और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। आलम यह है कि ममता बनर्जी की सरकार को दुर्गा पूजा की छुट्टियां दो दिन पहले ही घोषित करनी पड़ी हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस स्थिति को अभूतपूर्व बताया है और लोगों से घरों में रहने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने कंट्रोल रूम बनाने की घोषणा की है।

कोलकाता में 24 घंटे से भी कम समय में हुई 251.4 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो कि 1986 के बाद सबसे अधिक बारिश है। उस साल 259.5 मिलीमीटर बारिश हुई थी। इसके अलावा यह बीते 137 साल में एक दिन में छठी सबसे अधिक बारिश है। साल 1888 में 253 मिलीमीटर बारिश हुई थी। बारिश के कारण मुख्य सड़कों की हालत नदियों जैसी हो गई। मेट्रो और ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं और हवाई यात्रा भी प्रभावित हुई है। अगले सप्ताह दुर्गा पूजा से पहले शहर में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।

कोलकाता एयरपोर्ट से 40 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित

कोलकाता एयरपोर्ट से 40 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित

भारी बारिश के बावजूद कोलकाता एयरपोर्ट चालू रहा। हालांकि, यात्रियों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में काफी दिक्कत हुई। शहर के कई पायलट और केबिन क्रू भी समय पर हवाई अड्डे नहीं पहुंच पाए। कोलकाता से हर सुबह कई उड़ानें रवाना होती हैं। चालक दल के सदस्य समय पर नहीं पहुंच सके, जिसके कारण उस दिन लगभग 40 उड़ानें देरी से रवाना हुईं।

करंट लगने से आठ लोगों की मौत

करंट लगने से आठ लोगों की मौत

कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब तक की हमारी रिपोर्ट के अनुसार, बिजली का करंट लगने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारी बारिश को अभूतपूर्व बताया और फरक्का बैराज से गाद न निकालने और निजी बिजली कंपनी सीईएससी की चूक की आलोचना की। साथ ही उन्होंने लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए घरों के अंदर रहने की अपील की। ममता ने एक बंगाली समाचार चैनल से कहा कि मैंने ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी। मुझे उन लोगों के लिए बहुत दुख हो रहा है जिन्होंने बादल फटने के कारण अपनी जान गंवाई है। मैंने सुना है कि खुले तारों से करंट लगने से सात-आठ लोगों की मौत हो गई है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है… उनके परिवारों को सीईएससी द्वारा नौकरी दी जानी चाहिए। मैं यह स्पष्ट रूप से कह रही हूं। हम भी हरसंभव मदद करेंगे।

रात भर हुई भारी बारिश के कारण कोलकाता में ऐसे वक्त में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है जब शहर अपने सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा की तैयारी कर रहा है, जो इस सप्ताह के अंत में शुरू होगी। बिजली कंपनी को सीधे तौर पर दोषी ठहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली की सप्लाई सीईएससी द्वारा की जाती है, न कि हमारे द्वारा। यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है कि लोगों को इससे परेशानी न हो। वे यहां व्यापार करेंगे, लेकिन आधुनिकीकरण नहीं करेंगे? उन्हें लोगों को भेजकर इसे ठीक करना चाहिए।

ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित

ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित

पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पटरियों पर पानी भर जाने के कारण सियालदह दक्षिण खंड में ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है, जबकि सियालदह उत्तर और मुख्य खंड में अस्थाई सेवाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण पटरियों पर पानी भर जाने से पूर्वी रेलवे के हावड़ा और कोलकाता टर्मिनल स्टेशनों के लिए ट्रेन सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने बताया कि चितपुर यार्ड में जलभराव के कारण सर्कुलर रेलवे लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही भी रोक दी गई है।

लोगों को घरों में रहने की सलाह

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां तक कि हमारे मकान भी जलमग्न हैं, हम सब परेशान हैं। मुझे पूजा पंडालों के लिए भी बहुत बुरा लग रहा है। स्कूलों को छुट्टियां घोषित करने के लिए कहा गया है और कार्यालय जाने वालों को आज और कल घर पर रहने की सलाह दी गई है। ममता ने यह भी बताया कि वह महापौर, मुख्य सचिव और पुलिस के लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि फरक्का की ठीक से सफाई नहीं हुई है, इसलिए हर बार जब बारिश होती है, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मुंबई, दिल्ली, हर जगह जलभराव हो जाता है। इस बार बारिश थोड़ी असामान्य है।

शहर के अधिकांश हिस्सों में जलभराव

शहर के अधिकांश हिस्सों में जलभराव

कोलकाता के महापौर और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम ने बताया कि अब तक हमें शहर में अलग-अलग जगहों पर करंट लगने से चार लोगों की मौत की सूचना मिली है। लेकिन बाद में आधिकारिक तौर पर सात लोगों की मौत की पुष्टि की गई। हाकिम ने बताया कि शहर के अधिकांश हिस्सों में जलभराव हो गया है और कोलकाता नगर निगम (केएमसी) की टीम पानी निकालने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि केएमसी अधिकारी कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन नहरें और नदियां पानी से लबालब भरी हैं और हर बार जब पानी निकाला जाता है, तो शहर के अंदर और पानी घुस रहा है। उन्होंने कहा कि रात लगभग 10 बजे तक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद की जा सकती है।

स्कूल-कॉलेज 25 सितंबर तक बंद

भारी बारिश और सड़कों पर पानी भर जाने के कारण कई स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दी है। कलकत्ता विश्वविद्यालय और जादवपुर विश्वविद्यालय ने भी दिन भर के लिए सभी शैक्षणिक गतिविधियां स्थगित कर दीं। पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को सरकारी शिक्षण संस्थानों में निर्धारित समय से दो दिन पहले ही दुर्गा पूजा की छुट्टियां घोषित कर दीं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा करंट से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जलभराव वाली सड़कों से दूर रहने की अपील और स्कूलों में छुट्टियां करने या ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने के निर्देश के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने घोषणा की कि सभी सरकारी शिक्षण संस्थान 24 और 25 सितंबर को बंद रहेंगे।

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