कानून व्यवस्था

CGPSC; प्रोफेसर भर्ती घोटाले की जांच भी CBI के हवाले, एक ही सेंटर से बने 36 प्रोफेसर

0 सीजीपीएससी ने 2019 में 1384 पदों के लिए ली थी परीक्षा, परीक्षा देने जो नहीं आया था,उसका भी हुआ चयन

    रायपुर,  छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार में हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) 2021 और असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 2019 के कथित घोटाले की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने तेज कर दी है। नौ जुलाई को दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार 2019 में की गई 1384 असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती में भी गड़बड़ी की गई है।

    पहले तो इस परीक्षा में अनुपस्थित अभ्यर्थी का चयन कर लिया गया। वहीं, एक ही परीक्षा केंद्र में बैठे 50 अभ्यर्थियों में 36 लोगों को भी असिस्टेंट प्रोफेसर बना दिया गया। इसमें सीजीपीएससी में तत्कालीन अध्यक्ष रहे टामन सिंह सोनवानी, कुछ अधिकारियों व कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदारों के नाम भी शामिल हैं।इतना ही नहीं, इस परीक्षा से लेकर सीजीपीएससी 2021 में भी अफसरों की भर्ती में गड़बड़ी की गई और अपने रिश्तेदारों सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के संबंधियों को पहले ही प्रश्नपत्र उपलब्ध करवा दिया गया।

    सीजीपीएससी में चयनित अभ्यर्थियों में पांच टामन सिंह के रिश्तेदार निकले। जिसमें उनके पुत्र, पुत्रवधु, बड़े भाई के पुत्र, पुत्रवधु व बहन की पुत्री शामिल है। इसके अलावा राज्यपाल के सचिव सहित डीआईजी नक्सल ऑपरेशन के भी रिश्तेदारों का चयन इस पूरी भर्ती में किया गया है।

    इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की होगी जांच

    इसी बीच, सोमवार को सीबीआई ने तत्कालीन अध्यक्ष सोनवानी, सचिव ध्रुव और परीक्षा नियंत्रक वासनिक के घर छापेमारी कर दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा टीम नवा रायपुर स्थित सीजीपीएससी दफ्तर गई। जहां से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, परीक्षा में उपयोग में लाए गए उपकरण जब्त किए हैं। सभी उपकरणों से डाटा की रिकवरी भी की जा रही है।

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