SUSPEND; नाबालिग छात्रा से छेड़छाड़ करने वाला आरोपी शिक्षक निलंबित…,नौ कर्मचारियों को भेजा मूल संस्था में…

बिलासपुर, जांजगीर चांपा जिले में घर में घुसकर नाबालिग छात्रा से छेडछाड़ करने के मामले में गिरफ्तार शिक्षक राजेश्वर प्रसाद को जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया है. पुलिस गिरफ्तारी के बाद बीईओ से मिली रिपोर्ट के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की गई है.

बता दें कि शिक्षक राजेश्वर प्रसाद जायसवाल 9 सितंबर को छात्रा के घर में घुसकर उससे छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने लगा था. छात्रा के शोर मचाने पर आरोपी शिक्षक फरार हो गया था, जिसके बाद छात्रा ने परिजन के साथ मिलकर सारागांव थाने में आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. मामले में पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.
खत्म हुआ शिक्षा विभाग में अटैचमेंट का खेल!, एक झटके में नौ कर्मचारियों को भेजा मूल संस्था में…
सरगुजा के सूरजपुर जिले में विभागीय अटैचमेंट का खेल जगजाहिर होने के बाद आखिरकार रामानुजनगर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने कर्मचारियों को उनके मूल पदों पर वापस भेजने के आदेश जारी कर दिया है. एक साथ जारी दो आदेश में नौ कर्मचारियों को उनके मूल विभाग में वापस भेजा गया है.पहले आदेश में सहा ग्रेड -02 कर्मचारी शांता सिंह को उनके मूल संस्था शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भुवनेश्वरपुर, संतोष सिंह को शासकीय हाई स्कूल पोड़ी, विक्रम सिंह को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उमापुर, सहा ग्रेड -03 कर्मचारी ओम प्रकाश सिंह को शासकीय हाई स्कूल आमगाँव और रामसाय पण्डो को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तिवरागुड़ी भेजा गया है.
वहीं दूसरे आदेश में भृत्य सुनील कुमार साहू को पूर्व माध्यमिक शाला मांजा, मुकेश कुमार को पूर्व माध्यमिक शाला छातापारा सूरता, बाबूलाल सिंह को पूर्व माध्यमिक शाला मोहनपुर और मनोज कुमार राजवाड़े को पूर्व माध्यमिक शाला गोकुलपुर में भेजा गया है.दरअसल, सेटिंग से कर्मचारी फिल्ड में न जाकर विभागीय कार्यालयों में रह मौज काटते नजर आते हैं, जबकि शिक्षा विभाग ने पत्र जारी कर स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी कर्मचारी अटैचमेंट में कार्य नहीं करेगा. इस पर अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन ने भी कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र प्रेषित कर अटैचमेंट समाप्त करने की मांग की थी.