Lok Sabha Elections; लोकसभा चुनाव से पहले मिशन-100 पर जुटे मंत्री, लक्ष्य पूरा करने समीक्षा बैठकों का दौर जारी
रायपुर, राज्य में भाजपा सरकार के गठन के बाद पूरा कैबिनेट अब मिशन-100 मोड पर आ चुका है। मंत्रियों ने मोर्चा संभाल लिया है। विभागों में उनकी धमक भी देखी जा रही है। 100 दिनों की कार्ययोजना पर सिर्फ अधिकारी नहीं बल्कि मंत्रियों को भी लक्ष्य दिया गया है। साफतौर पर लोकसभा चुनाव की चमक देखी जा रही है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित बैठक में मोदी की गारंटी को शीघ्रता से पूरा करने तथा राज्य सरकार की 100 दिन की कार्य योजना पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। बैठक में उप मुख्यमंत्री द्वय अरूण साव और विजय शर्मा सहित सभी मंत्रीगण बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, केदार कश्यप, दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा, ओ.पी. चौधरी, श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, श्याम बिहारी जायसवाल और लखनलाल देवांगन उपस्थित थे।
विभागों में एक के बाद एक समीक्षा बैठकों का दौर जारी है। मिशन-100 यानि सौ दिनों के भीतर ज्यादा से ज्यादा काम करना। सरकार की महत्वपूर्ण घोषणाओं को पूरा करते हुए जनता के बीच केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को पहुंचाना। राज्य में विष्णुदेव सरकार ने चुनाव परिणाम के बाद दिसंबर महीने में 100 दिनों का लक्ष्य तय कर दिया था।
भाजपा को मिल सकता है लाभ
कैबिनेट के गठन के बाद इसकी जिम्मेदारी लेते हुए मंत्री एक के बाद एक बैठकें लेकर योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। नव वर्ष की शुरूआत के साथ ही मिशन-100 के कामों में तेजी देखी जा रही है। तीन महीने की कार्ययोजना में मुख्यमंत्री अब तक कैबिनेट की तीन बैठकें ले चुके हैं। उन्होंने हर बैठक में जनहितों को सर्वोपरि रखने के निर्देश दिए। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मिशन-100 की कार्ययोजना लोकसभा चुनाव में भाजपा को फायदा पहुंचा सकती है। हाल रही में विकसित भारत यात्रा के जरिए केंद्रीय योजनाओं का लाभ सीधे आम आदमी तक पहुंचाने का अभियान चलाया जा रहा है।